न्यूज़लाइन नेटवर्क,कोरबा ब्यूरो
भिलाई बाजार – सर्वे भवन्तु सुखिनः और वसुधैव-कुटुम्बकम की नींव पर आधारित है सनातन धर्म। इसमे मर्यादा पूरुषोत्तम श्रीराम लीला पुरुषोत्तम योगेश्वर श्रीकृष्ण योगीश्वर भगवान शंकर व आदिशक्ति भगवती दुर्गा के चरित्र समाहित है।चारो वेद छह शास्त्र अठारह पुराण रामायण महाभारत तथा भगवत गीता सनातन धर्म की अमूल्य निधि है।दुनिया मे मानवता प्रेम सद्भाव भक्ति ज्ञान और वैराग्य का संदेश देने वाला इकलौता देश भारत अब पुनः विश्वगुरू बनने की ओर अग्रसर है।यह विचार भिलाई निवासी टेकराम कश्यप भूपतराम कश्यप और दिनेश कश्यप के घर आयोजित संगीतमय श्रीमद्भागवत महासप्ताह ज्ञान यज्ञ मे विदाई के अवसर पर लोरमी से पधारे कथावाचक भागवताचार्य श्रद्धेय पण्डित डाक्टर सत्यनारायण तिवारी हिमांशु महाराज ने व्यक्त किए। डाक्टर तिवारी ने कुरूक्षेत्र के मैदान मे अर्जुन के माध्यम से अठारह अध्यायो मे सात सौ श्लोको मे योगेश्वर श्रीकृष्ण द्वारा भगवत गीता का संदेश विश्व की सर्वोत्कृष्ट कृति है।इसका अनुवाद करीब विश्व की दो सौ पचास भाषाओ मे हो चुका है।इसमे समाहित कर्म भक्ति तथा ज्ञान योग विश्व को प्रेरणा देते है।डॉक्टर तिवारी ने आत्मकल्याण जनकल्याण व विश्व कल्याण के साथ छत्तीसगढ व भारतवर्ष के उत्तरोत्तर वृद्धि की कामना करते हुए लोगो को अयोध्या मे श्रीराम जन्मभूमि मे भगवान श्रीराम के प्राण प्रतिष्ठा की अग्रिम बधाई दी। कश्यप परिवार द्वारा शाल व श्रीफल द्वारा हिमान्शु महाराज का सम्मान किया गया।उक्त अवसर पर पंडित रामखेलावन पाण्डेय पंडित नीरज तिवारी गुड्डु महाराज द्वारिका जायसवाल नारायण जायसवाल शिव अग्रवाल अखिलेश जायसवाल इन्द्रभान जायसवाल खूबचन्द जायसवाल धनीराम कश्यप मुकेश कश्यप व्यास जायसवाल जितेंद्र कश्यप फूलेश्वर देवांगन रोशन जायसवाल अजय देव कंवर समे यादल शान्तिलाल रजवाडे छतराम जायसवाल सहित भिलाई बाजार के सैकड़ो नर नारियो ने हिमान्शु महाराज की मंगलकामना के साथ विदाई दी।