न्यूज़लाइन नेटवर्क, सारंगढ़ बिलईगढ़
भटगांव : शासकीय आर.एन. महाविद्यालय भटगांव में राष्ट्रीय युवा दिवस का आयोजन हुआ। कार्यक्रम का शुभरंम महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो.एस के शुक्ला ने दीप प्रज्जवलित करके किया। छात्राओं ने सरस्वती वंदना और राजकीय गीत प्रस्तुत किया। प्राचार्य प्रो. शुक्ला ने अपने उइबोधनमें स्टाफ सहित सभी विद्यार्थियों को युवा दिवस की शुभकामनाएं दिया। राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के पूर्व कार्यक्रम अधिकारी डॉ. गिरीश वैष्णव (ग्रंथपाल) ने कहा कि 1984 से स्वामी विवेकानंद की जन्म जयंती पर राष्ट्रीय युवा दिवस का आयोजन हो रहा है। युवा दिवस का मूल उद्देश्य स्वामी विवेकानंद के जीवनगाथा से युवा प्रेरण लेकर देश के नवनिर्माण व विकास में अपना श्रेष्ठतम योगदान दे सकें । भारत का भविष्य विवेकानंद है और भारत युवाओं का देश है। जीवन संघर्ष है और संघर्ष में आपका करीबी मित्र मन है। संकल्प जीवन का बीज है। व्यक्तित्व निर्माण के लिए जीवन दिशा का निर्धारण आवश्यक है। फ्रेंच चिंतक रोमा रोला ने कहा है यदि भारत को जानना है तो विवेकानंद का अध्ययन करना पड़ेना। स्वामी जी के जीवन चरित्र से जीने की राह वाली पाँच कहानियां-भाव संस्कार, एकाग्रचित, असली खुशी तथा निर्भीकता का जिक्र किया।रामकृष्ण मठ रामकृष्ण मिशन तथा बेलूर मठ की स्थापना स्वामी जी ने किया।डॉ वैष्णव ने आगे कहा कि शिकागो (अमेरिका) में आयोजित किश्व धर्म संसद में 11 सितम्बर 1893 को अपने ऐतिहासिक भाषण से विवेकानंद ने भारतीय सनातन संस्कृति व हिन्दू धर्म की विशेषताओं एंव मान्यताओं को पूरे यूरोप में पुनस्थापित कर दिया था। परतंत्रता के समय भारतीय समाज में स्वामिमान जगाने का कार्य किया। देश में राष्ट्रवाद का विकास हुआ।अंत में सभी विद्यार्थियों को आहवान करते कहा कि भारत को जानो, भरत को मानो, भारत के बनो और भारत को बनाओ।कार्यक्रम में मंचीय प्रस्तुती में स्वामी जी भारतमाता तथा छत्तीसगढ़ महतारी की झांकी विशेष सराहनीय रहा। इसके साथ ही एन.एस.एस. विशेष शिविर में शामिल रहे 50 विद्यार्थियों को शिविर प्रमाण – पत्र प्रदाय की गई ।कार्यक्रम का संचालन कु. संजना बघेल कक्षा बी.एस.सी. (पूर्व) तथा आर के साह (अतिथि व्याख्याता) ने किया तथा आमार प्रदर्शन डॉ के.के. पटेल एन.एस.एस. कार्यक्रम अधिकारी ने किया।