आज बहादुरपुर प्रखंड के प्रेम जीवर पंचायत के पुरखोपट्टी गांव में सर्व समाज के बीच बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर जी की जयंती के साथ-साथ आज गुरु जी के बेटे श्रेयांश अंबेडकर का भी जन्मदिवस मनाई गई जहां बच्चों के बीच क्विज कराया गया तथा गरीब बच्चों को कॉपी कलम दिया गया ताकि आगे जाकर बच्चे शिक्षित होकर बाबा साहब के विचारों को फैला सके । वहीं अपने संबोधन में ऑल इंडिया पासवान एकता मंच के राष्ट्रीय महासचिव सह प्रवक्ता गुरु जी ने कहा भारत जो विश्व का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश है जहां थोड़ी-थोड़ी दूरी पर हवा-पानी बदल जाते है और जहां भाषा , वेश-भूषा , खान-पान , रीति-रिवाज , जाति व धर्म की इतनी विविधता है , वहां डा० आंबेडकर द्वारा रचित एक संविधान ही तो है , जो हम भारतीयों को विविधता में एकता के एक मजबूत सूत्र में बांधता है ।आंबेडकर ने अपने जीवन के 65 वर्षों में देश को सामाजिक , आर्थिक , राजनीतिक , शैक्षणिक , धार्मिक , ऐतिहासिक , सांस्कृतिक , साहित्यिक, औद्योगिक , संवैधानिक इत्यादि विभिन्न क्षेत्रों में अनगिनत कार्य करके राष्ट्र निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान दिया । तथा आजीवन समाज में फैली कुरीतियों , छुआछूत , ऊंच – नीच , जातीय आधार पर घृणा का भेदभाव के लिए संघर्ष करते रहे । संविधान निर्माता डा० भीमराव आंबेडकर दलितों पर हो रहे अत्याचार के विरुद्ध आवाज उठाने के लिए और बेजुबान , शोषित और अशिक्षित लोगों को जागरुक करने के लिए साल 1927 से 1956 के दौरान मूक नायक , बहिष्कृत भारत , समता , जनता और प्रबुद्ध भारत नाम के साप्ताहिक और पाक्षिक पत्र-पत्रिकाओं का संपादन किया । डा० भीमराव आंबेडकर द्वारा रचित भारतीय संविधान हमारे लोकतंत्र को यह ताकत दी है कि अनुसूचित जाति /अनुसूचित जनजाति वर्गों के लोग देश के सर्वोच्च पदों तक पहुँच सकते है। उन्होंने कहां था की उनका जीवन तीन गुरुओं और तीन उपास्यों से सफल बना है । उन्होंने जिन तीन महान व्यक्तियों को अपना गुरु माना , उसमे उनके पहले गुरु थे तथागत गौतम बुद्ध दूसरे थे संत कबीर और तीसरे गुरु थे महात्मा ज्योतिराव फुले । उनके तीन उपास्य थे — ज्ञान , स्वाभिमान और शील । आगे गुरु जी ने कहा भारतीय संविधान ही लोकतंत्र का राष्ट्रीय धर्मग्रंथ है और आधुनिक भारत का एक पवित्र ग्रंथ भी है । संविधान निर्माता डा० भीमराव आंबेडकर जी की जयंती पर हम संविधान की गरिमा को अक्षुण्ण रखने की अपनी प्रतिबद्धता को दोहराते है एवं संविधान पर कोई आघात न हो यह अक्षुण्ण रहे इसके लिए सामाजिक एकरूपता व एकजुटता जरूरी है । मौके पर उपस्थित रहे प्रेम जी भर पंचायत के वर्तमान मुखिया जिशान फारुकी रामवृत पासवान, आकाश पासवान, सुरेंद्र पासवान,नरेंद्र पासवान, कापलेसर पासवान, संजय पासवान, राजेश पासवान, संतोष महतो, मुन्ना पासवान, राकेश रजक, विक्की रजक, प्रेमलाल राम, शैलेंद्र कुमार पासवान, वकील शास्त्री भोला पासवान अमर जी अंबेडकर, मोहन आनंद जी, पप्पू पासवान जी, ऋतिक पासवान,सुधीर कुमार पासवान, इत्यादि मौजूद रहे।