न्यूजलाइन नेटवर्क सुकमा ब्यूरो
कोंटा : छत्तीसगढ़ में सरकार बदलते ही नक्सली बैक फुट पर आए है।और सरकार आए चार माह पहले लेकिन नक्सलियों के खिलाफ ताबाड़तोड़ कार्यवाही से पुलिस को सफलता पूर्वक अभियान चलाया जा रहे हैं।जिसको लेकर भाजपा एसटी मोर्चा जिला मंत्री सुन्नम पेंटा ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर पुलिस का साहस एवम शौर्य का सलाम करते हुए श्री पेंटा ने कहा कि बस्तर में आने वाले समय मे शांति का प्रतीक बन कर उभरेगा इस बात को कोई भी असामाजिक तत्व रोक नही सकता है।हाल ही में जिला कांकेर, नारायणपुर, दंतेवाड़ा, सुकमा, बीजापुर, गरियाबंद, धमतरी में एंटी नक्सल विरोध अभियान में जो सफलता मिली है। आजादी के बाद विगत वर्ष 1980 के दशक से नक्सली उक्त क्षेत्र में कब्जा जमाए हुए हैं। जिसके बाद से नक्सलियों के खिलाफ मुहिम चलाई गई है आज पर्यंत तक इतनी बड़ी सफलता नही मिली है।और केंद्र व राज्य सरकार केआपसी समन्वय से बस्तर में कम समय में अभी तक चार महीना के अंतराल में सौ से अधिक मार गिराए गए है और कई नक्सली बस्तर में आत्म समर्पण कर दिया है। और श्री पेंटा ने प्रेस कांफ्रेंस कर बताया कि आने वाले समय में विगत दो वर्षो के अंदर विकसित बस्तर बनेंगा इस बात को भली भांति से परिचित हैं। उल्लेखनीय बात यह है कि पूर्व प्रधानमंत्री मन मोहन सिंह ने कहा था कि देश के सर्वांगीण विकास के लिए चुनौती पूर्ण है लेकिन उनके ही शासन काल रिमोर्ट कंट्रोल से सरकार सोनिया गांधी,राहुल गांधी ने उस समय के गृह मंत्री पी चिदंबरम छत्तीसगढ़ के मुख्य मंत्री रमन सिंह जी से मिलकर ग्रीन हंट ऑपरेशन चलाने वाली अभियान को प्रभावी ढंग से लागू करना चाहते थे लेकिन गांधी परिवार के मनाई के बाद नक्सली इलाकों में रोक लगा दी गई थी। श्री पेंटा ने बताया कि देश के ताड़मेटला 76 एवम झीरम घाटी जैसे कांड से देश को झकझोर कर दिया है और कांग्रेस के प्रथम पंक्ति के नेताओं के शहादत बावजूद तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने राज्य सरकार को नक्सलियों के खिलाफ मुहिम चलाने कोई मदद नही की है।