
रिपोर्ट- डा.बीरेन्द्र सरोज आजमगढ
आजमगढ़ 10 जुलाई– जिलाधिकारी श्री विशाल भारद्वाज ने कहा कि सचिव एवं ग्राम प्रधानों का प्राथमिक दायित्व गौवंश का संरक्षण है। उन्होंने कहा कि गोवंश/निराश्रित गोवंश का संरक्षण प्रदेश सरकार की शीर्ष प्राथमिकता है, इसमें किसी प्रकार की लापरवाही कतई क्षम्य नहीं होगी। उन्होंने कहा कि ग्राम प्रधान एवं पंचायत सचिवों को स्पष्ट बता दिया जाए कि यदि कहीं गोवंश संरक्षण में लापरवाही अथवा गोवंश की दुर्गति की घटना प्रकाश में आती है तो यह स्वीकार योग्य नहीं होगा। उन्होंने कहा कि इसके लिए उत्तरदाई व्यक्ति के विरुद्ध विभागीय कार्रवाई तो होगी ही, इसके साथ ही एफआईआर दर्ज कर कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।
जिलाधिकारी ने उपरोक्त निर्देश कल देर सायं कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित सभी एसडीएम/सभी बीडीओ, समस्त ईओ एवं सभी उप मुख्य पशु चिकित्साधिकारी की बैठक में दिया। उन्होंने कहा कि पंचायत सचिव लगातार गौपालकों के संपर्क में रहें तथा गोवंश के लिए भूस, हरा चारा, पीने योग्य पानी की अद्यतन जानकारी प्राप्त करते रहें। उन्होंने कहा कि गौ आश्रय स्थलों पर किसी भी दशा में कीचड़ न हो। बीमार पशुओं को अन्य जानवरों से अलग रखें तथा चिकित्सकों द्वारा प्रॉपर ईलाज कराया जाए। उन्होंने कहा कि नये गोवंश की एंट्री के समय उसके स्वास्थ्य का परीक्षण कर रजिस्टर में दर्ज किया जाए। उन्होंने कहा कि एडीओ के द्वारा या नामित नोडल अधिकारी प्रतिदिन रिपोर्ट करें।
जिलाधिकारी में सभी खंड विकास अधिकारी एवं सभी ईओ न0पा0/न0पं0 को निर्देशित किया कि किसी भी दशा में गोवंश/निराश्रित पशु सड़क पर विचरण न करें। उन्होंने कहा की आवश्यकता अनुसार टेंपरेरी शेड बनाया जाए। उन्होंने कहा कि गौ आश्रय स्थलों पर कैपेसिटी के अनुसार ही पशुओं को संरक्षित किया जाए। उन्होंने कहा कि पशुपालन विभाग कमजोर पशुओं को न्यूट्रिशन सप्लीमेंट, विटामिन, मिनरल आदि पोषक तत्व भी देना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि बीमार पशुओं की मृत्यु पर उसका निस्तारण मानक के अनुसार कराया जाए।
मुख्य विकास अधिकारी श्री परीक्षित खटाना ने कहा कि सभी गौ आश्रम स्थलों पर पशु चिकित्सक की प्रत्येक दिन विजिट हो। शिकायतों/कमियों को रजिस्टर में दर्ज करें तथा उप जिलाधिकारी/खंड विकास अधिकारी निरीक्षण के दौरान रजिस्टर को भी चेक करें। उन्होंने कहा कि प्रत्येक गौ आश्रय स्थल पर मुख्य पशु चिकित्साधिकारी सीसीटीवी कैमरे लगाने की व्यवस्था सुनिश्चित करें तथा प्रत्येक दिन कंट्रोल रूम से चेक करें तथा फोन से भी जानकारी प्राप्त करें।
जिलाधिकारी ने कहा कि गौवंश संरक्षण में गांव के बड़े एवं सम्राट लोगों से भी सहयोग लिया जाए। अपनी क्षमता के अनुरूप भूसा, चोकर, हरा चारा आदि दान कर सहयोग दें। उन्होंने सभी एसडीएम से कहा कि पेट्रोल पंप मालिकों, कोटेदारों, ईंट भट्ठा मालिकों से बातचीत कर सहयोग के लिए अनुरोध करें।
बैठक में जिला विकास अधिकारी श्री संजय कुमार सिंह, समस्त उप जिलाधिकारी, समस्त खंड विकास अधिकारी, समस्त अधिशासी अधिकारी नगर पालिका/नगर पंचायत, समस्त उप मुख्य पशु चिकित्साधिकारी एवं अन्य सभी संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।