न्यूजलाइन नेटवर्क सुकमा ब्यूरो ;
कोंटा : जिला मुख्यालय से अंतिम छोर पर कोंटा ब्लॉक इकाई ऑल इंडिया स्टंडेट फेडरेशन द्वारा निरीक्षण कर अलग – अलग आश्रमों में भिन्न भिन्न कमियां नग्न आखों से देखा। फेडरेशन द्वारा लापरवाही बरतने वाले अधीक्षकों को जल्द से जल्द जिला मुख्यालय में घेराव करने का सुझाव दिया। कहीं आश्रमों में अपनी आदिवासी बच्चों पर नग्न आखों से हो रहे हाल को देखा भावुक हुए।कोंटा ब्लॉक की स्कूल आश्रम, छात्रावास पोटाकेबिन की शिक्षा व्यवस्था भगवान भरोसे चल रहा हैं, पोटाकेबिन, छात्रावास मूलभूत सुविधा से वंचित ऐस की टीम अचानक आश्रम छात्रों की पहुंचकर व्यवस्था देखा गया तो अधिकांश भवन की स्थिति दयनीय देखने को मिली पूरी तरह जर्जर, क्षतिग्रस्त स्थिति में पाया गया, बच्चे पानी टपकने से बचने के लिए बाल्टी रखकर सोना पड़ता है, कई छात्रावास, आश्रम मरम्मत के नाम लाखो खर्च हुआ, समस्या जस का तस है, कोई बदलाव नही, आदिवासी बच्चों की भविष्य के लिये लाखो करोड़ो का भवन, मौत का अड्डा बना, जान जोखिम मे डालकर पढाई कर रहे है, शौचालय की स्थिति कई सही नही है, AISF हर संस्थानो का अव्यवस्थाओ का करेगा हर दिन खुलासा, कितना कार्य जमीनी स्तर पर हुआ, होगा खुलासा,प्रशासन कितना गंभीर है।
प्रशासन आदिवासी बच्चों का भविष्य मे कितना गंभीर है ।ब्लॉक की स्कूल आश्रम, छात्रावास पोटाकेबिन की शिक्षा व्यवस्था भगवान भरोसे चल रहा हैं, पोटाकेबिन, छात्रावास मूलभूत सुविधा से वंचित ऐस की टीम अचानक आश्रम छात्रों की पहुंचकर व्यवस्था देखा गया तो अधिकांश भवन की स्थिति दयनीय देखने को मिली पूरी तरह जर्जर, क्षतिग्रस्त स्थिति में पाया गया, बच्चे पानी टपकने से बचने के लिए बाल्टी रखकर सोना पड़ता है, कई छात्रावास, आश्रम मरम्मत के नाम लाखो खर्च हुआ, समस्या जस का तस है, कोई बदलाव नही, आदिवासी बच्चों की भविष्य के लिये लाखो करोड़ो का भवन, मौत का अड्डा बना, जान जोखिम मे डालकर पढाई कर रहे है, शौचालय की स्थिति कई सही नही है, AISF हर संस्थानो का अव्यवस्थाओ का करेगा हर दिन खुलासा, कितना कार्य जमीनी स्तर पर हुआ, होगा खुलासा,प्रशासन कितना गंभीर है। प्रशासन आदिवासी बच्चों का भविष्य मे कितना गंभीर है।