भारतीय क्रिकेट टीम के लंबे समय तक अभिन्न अंग रहे बाएं हाथ के अनुभवी बल्लेबाज शिखर धवन ने शनिवार को अपने क्रिकेट करियर को अलविदा कह दिया। धवन ने इस बड़े फैसले की जानकारी अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर एक इमोशनल वीडियो पोस्ट के माध्यम से दी। इस वीडियो में उन्होंने अंतरराष्ट्रीय और घरेलू क्रिकेट दोनों से संन्यास लेने की घोषणा की।
शिखर धवन, जो अपनी आक्रामक बल्लेबाजी और मजबूत तकनीक के लिए मशहूर थे, ने अपने आखिरी अंतरराष्ट्रीय मैच में 10 दिसंबर 2022 को बांग्लादेश के खिलाफ वनडे मुकाबला खेला था। उस मैच के बाद से उन्हें फिर कभी टीम इंडिया की जर्सी में नहीं देखा गया। अपने करियर के इस भावुक मोड़ पर, धवन ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट के जरिए अपनी भावनाएं व्यक्त कीं। उन्होंने लिखा, “आज मैं अपने क्रिकेट करियर के एक महत्वपूर्ण अध्याय को बंद कर रहा हूं। इस सफर में मैंने कई अनमोल यादें संजोई हैं, जो हमेशा मेरे साथ रहेंगी। आप सभी के प्यार और समर्थन के लिए दिल से आभार।”
धवन के इस वीडियो में उनकी आंखों में अपने करियर के सभी उतार-चढ़ावों की झलक दिखाई दे रही थी। उन्होंने अपने इस लम्बे सफर के लिए अपने परिवार, दोस्तों, टीम इंडिया के साथियों और अपने कोचों का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा, “आज मैं उस मोड़ पर खड़ा हूं जहां पीछे देखने पर बीती यादें नजर आती हैं और आगे देखने पर संभावनाओं से भरी एक नई दुनिया। मेरी पूरी जिंदगी का एक ही लक्ष्य था, और वह था भारत के लिए खेलना। और मैं गर्व से कह सकता हूं कि मैं इस सपने को साकार कर पाया, इसके लिए मैं उन सभी लोगों का आभारी हूं जिन्होंने मेरे सफर में मेरा साथ दिया। सबसे पहले, मैं अपने परिवार का, अपने बचपन के कोच तारिक सिन्हा सर और मदन शर्मा का धन्यवाद करता हूं। इन सभी के बिना मेरा यह सफर संभव नहीं था। साथ ही, उन तमाम टीमों और खिलाड़ियों का भी आभार जिनके साथ मैंने कई वर्षों तक खेला।”
धवन ने अपने करियर के बारे में सोचते हुए आगे कहा, “मुझे इस यात्रा के दौरान एक परिवार, पहचान और ढेर सारा समर्थन मिला। लेकिन जैसा कि कहा जाता है, किसी भी कहानी को आगे बढ़ाने के लिए जरूरी है कि हम नए पन्ने पलटें, और अब मैं भी अपनी कहानी में एक नया अध्याय लिखने जा रहा हूं। मैं आज अंतरराष्ट्रीय और घरेलू क्रिकेट से संन्यास लेने का निर्णय ले रहा हूं। मेरे दिल में शांति है कि मैंने इतने वर्षों तक देश के लिए खेला और अपनी पूरी कोशिश की। इस सफर में मेरा साथ देने के लिए मैं बीसीसीआई, डीडीसीए और उन सभी फैंस का आभारी हूं जिन्होंने मुझे इतना प्यार और समर्थन दिया।”
शिखर धवन का क्रिकेट करियर भारतीय क्रिकेट के लिए बेहद अहम रहा है। उनकी उपस्थिति टीम में हमेशा से ही आत्मविश्वास और अनुभव का प्रतीक रही है। वह लंबे समय तक भारतीय टीम के लिए एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी रहे हैं, खासकर जब बात ओपनिंग बैटिंग की आती है। रोहित शर्मा के साथ उनकी ओपनिंग साझेदारी ने कई बार भारतीय टीम को शानदार शुरुआत दी और कई रिकॉर्ड बनाए।
धवन ने अपने करियर में 34 टेस्ट मैच खेले, जिसमें उन्होंने 2315 रन बनाए। टेस्ट क्रिकेट में उन्होंने पांच अर्धशतक और सात शतक लगाए, जिनमें से एक शतक उन्होंने अपने डेब्यू मैच में ही ठोक दिया था, जिससे उनकी प्रतिभा का अहसास सभी को हो गया था। वनडे क्रिकेट में धवन का योगदान भी अविस्मरणीय रहा। उन्होंने 167 वनडे मैचों में भारत के लिए 6793 रन बनाए, जिसमें 17 शतक और 39 अर्धशतक शामिल हैं। उनकी आक्रामक बल्लेबाजी शैली और महत्वपूर्ण मैचों में शानदार प्रदर्शन करने की क्षमता ने उन्हें वनडे क्रिकेट में भारत का एक प्रमुख बल्लेबाज बना दिया था। टी20 क्रिकेट में भी धवन ने अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया। उन्होंने 68 टी20 मैचों में 1759 रन बनाए और इस फॉर्मेट में 11 अर्धशतक जमाए।
शिखर धवन की क्रिकेट यात्रा केवल उनकी खेल उपलब्धियों तक ही सीमित नहीं थी। उन्होंने न केवल खेल के मैदान पर, बल्कि मैदान के बाहर भी अपने प्रशंसकों के दिलों में खास जगह बनाई। उनकी ऊर्जा, खेल के प्रति समर्पण, और विनम्र स्वभाव ने उन्हें न केवल एक बेहतरीन खिलाड़ी बल्कि एक आदर्श व्यक्तित्व के रूप में स्थापित किया। उनके संन्यास के बाद भारतीय क्रिकेट में उनकी कमी निश्चित रूप से महसूस की जाएगी, लेकिन उनके द्वारा स्थापित की गई यादें और उपलब्धियां हमेशा के लिए खेल प्रेमियों के दिलों में बसेंगी। धवन की क्रिकेट यात्रा कई युवा खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनी रहेगी।