केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को कहा कि जम्मू-कश्मीर में पहली बार एक ध्वज, एक संविधान के तहत चुनाव हो रहे हैं। मगर कांग्रेस और उसके सहयोगी दल फिर से लोगों को मूर्ख बना रहे हैं। जिस स्वायत्तता के नारे ने जम्मू-कश्मीर को तीन दशक तक सुलगाया और 40 हजार लोगों की जान गई। यह लोग फिर से प्रदेश को उसी आतंकी हिंसा की आग में धकेलना चाहते हैं।
आगे बोले कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अनुच्छेद-370 से मुक्त कराया। ऐसे में यह चुनाव ऐतिहासिक है। पहले की सरकारें कश्मीर में 10 प्रतिशत मतदान पर भी खुशियां मनाती थीं, मगर 2024 के लोस चुनाव में कश्मीर में रिकार्ड 58.46 प्रतिशत मतदान हुआ।
जम्मू में शनिवार को भाजपा विजय संकल्प बूथ कार्यकर्ता सम्मेलन में शाह ने स्पष्ट किया कि न 370 लौटेगा, न स्वायत्तता बहाल होगी। वर्षों बाद अमरनाथ यात्रा भय मुक्त वातावरण में हुई है। इसी वर्ष करीब पांच लाख 12 हजार श्रद्धालु श्री अमरनाथ धाम पहुंचे। 70 वर्ष तक हक के लिए लड़ते आए दलितों और गुज्जर-बक्करवालों को आरक्षण नहीं मिला, लेकिन अब मोदी जी वह सब दे रहे हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि जब तक पूर्ण शांति बहाल नहीं होगी, पाकिस्तान से कोई बात नहीं होगी।
अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा दिलाने के राहुल गांधी के दावे पर सवाल उठाते हुए कहा कि मुझे समझ में नहीं आता कि वह कैसे राज्य का दर्जा बहाल कर सकते हैं। यह काम सिर्फ केंद्र सरकार ही कर सकती है।
सभास्थल के पास बाबा दलीप सिंह के मंदिर की ओर संकेत कर गृह मंत्री ने कहा, राहुल बाबा मैं बाबा मन्हास के मंदिर की कसम खाकर कहता हूं कि 370 वापस नहीं लाने देंगे। नेकां-कांग्रेस की सरकार नहीं बनेगी। कांग्रेस, अब्दुल्ला और मुफ्ती परिवार ने प्रदेश को जमकर लूटा है। जितना पैसा यहां आया है, उसका आधा भी विकास पर खर्च होता तो तस्वीर दूसरी होती।