बिजिली के लिए हाहाकार, आपूर्ति सिस्टम अधिकारियों के कंट्रोल से हुआ बाहर

न्यूज़लाइन नेटवर्क, सुकमा ब्यूरो


रिपोर्टर: सुन्नम सीताराम

कोंटा : कोंटा विकास खंड क्षेत्र किस्टाराम के आश्रित पंचायत करीगुण्डम ग्राम पालोड़ी में नियद नेल्ला नार योजना के तहत हर गांव बिजली मुफ्त की योजना शुरू की गई। जिसमे केवल खानापूर्ति के लिए बिजली खंभे एवं तार डाली गई है। जिसमे मात्र 4 से 5 दिनों के लिए जमीनी स्तर बिजली छोड़ी गई थी। 2020-21 में लगाई गई बिजली खंभे ग्रामीण अपने घरों में आज भी मीटर बोर्ड में विद्युत आने का कयास लगा रहे हैं।

अभी तक 3 वर्ष पूर्ण हो चुके है। डबल इंजन की सरकार को आठ माह पूर्ण होने के पश्चात भी सरकार की जिम्मेदार अधिकारी ग्रामीण स्तर पर निरीक्षण के लिए मौन। जिम्मेदार अधिकारी को ग्रामीणों द्वारा बार बार जानकारी देने के पश्चात भी अधिकारी जांच पर शून्य है। तीन वर्ष बीत जाने के बावजूद भी अभी तक विद्युत नहीं पहुंच पाई। ग्राम पंचायत पालोड़ी बिजली आपूर्ति के चलते ग्रामीण नाराज। ग्रामीण के द्वारा बयान दिया गया है।

बिजली नही होने के चलते रात के समय में बहुत दिक्कत होती है। जैसा का तैसा जिंदगी गुजारने में ग्रामीण मजबूर, यदि किसी तरह जानकारी से मामला ना सुलझने पर ग्रामीण जिला मुख्यालय पहुंचकर जिलाधीश को आवेदन सौंपने को कहा। पालोड़ी 60 घरों की संख्या में बसा एक गांव है जो जिम्मेदार अधिकारी त्वरित निराकरण करने के लिए तैयार नहीं है। उपस्थित ग्रामीण 1 कुंजाम हड़़मा पटेल, 2 मुचाकी मुड़ा सरपंच, 3 मुचाकी सोमारू, 4 माड़वी सुक्का, 5 वेट्टी हूंगा, 6 मुचाकी गंगा, 7 वेट्टी दीपक, 8 मड़कम हड़़मा, 9 सोढ़ी भीमा, 10 कुंजाम रितेश, 11 मुचाकी मोहित, 12 मुचाकी कोसा, 13 वेट्टी गंगा, 14 माड़वी जोगा, 15 मुचाकी गंगा,16 करतम हूंगा, 17 माड़वी दोक्का, 18 कवासी हिड़मा, 19 ताती हड़मा, 20 सोढ़ी दुड़वा।

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