रिपोर्ट लोकेश कुमार :
मेरठ विकास प्राधिकरण जोन A 2 के सरस्वती कालोनी में सील तोड़कर बना दी अवैध कोमर्सियल फैक्ट्री मेड़ा के अधिकरी और निर्माणकर्ता उड़ा रहें योगी सरकार के आदेशों की धजिया सील की करवाई के बाद भी नही सुधर पाया निर्माणकर्ता सील और एफआईआर होने के बावजूद भी निर्माण करता रात दिन में अवैध निर्माण कर रहा हे।जिसमे अभियंता ने निर्माणकर्ता अनिल अरोड़ा से अच्छी खासी मोटी रकम ली है। इसलिए इस अवैध फेक्ट्री पर कोई करवाई नही हो पा रही है।अभियंता और चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी के कहने पर निर्माणकर्ता में रविवार को लेंटर डाल डाला गया। ईमानदार उपाध्यक्ष अभिषेक पांडे को निर्माण कर्ता अनिल अरोड़ा और अभियंता महादेव शरण लागातार गुमराह कर रहे है।निर्माणकर्ता अनिल अरोड़ा ने पहले भी एक अवैध तरीके से बिना मानचित्र बिना स्वीकृत कराए एक और फैक्ट्री का कार्य भी इसी अवैध फेक्ट्री के बराबर में किया था अभियंता ने इस फेक्ट्री पर भी कोई कारवाई नही की निर्माणकर्ता के अवैध निर्माण करने को लेकर हौसले बुलंद हैं। क्योंकि अनिल अरोड़ा के निर्माण पर मेड़ा मेहरबान है। अगर अनिल अरोड़ा की इन दोनों अवैध फैक्ट्री की कंपाउंडिंग मेड़ा को कराई जाए तो करीब 50 लाख रुपए का राजस्व मेरठ विकास प्राधिकरण को हो सकता है।और मेडा में बैठे कुछ भ्रष्ट अधिकरी और कर्मचारी ऐसा नहीं कर पा रहे हैं बल्कि लगातार राजस्व को अपनी जेब में भरकर लगातार अवैध निर्माण करा रहे हैं कहीं ना कहीं मेडा की इन अवैध निर्माण से बनी फेक्ट्री को लेकर साझेदारी है। इसलिए इन अवैध फैक्ट्रियों पर अधिकरी ना तो दोबारा सील के आदेश कर पा रहे हैं और ना ही ध्वस्त करने के।