
रिपोर्ट अक्षय कुमार प्रजापति, ब्यूरो चीफ कन्नौज
कन्नौज :
ब्लॉक तालग्राम की ग्राम सभा मुसाफिरपुर मे बने प्राथमिक विद्यालय की बिल्डिंग को विभाग ने नीलाम कर दिया है नीलामी खरीदने वाले ठेकेदार ने स्कूल की बिल्डिंग को पूरा तुड़वा लिया लेकिन अभी तक स्कूल की बिल्डिंग का निर्माण कार्य विभाग के उच्च अधिकारियों द्वारा नहीं कराया गया |
प्राप्त विवरण के अनुसार, मुसाफिरपुर ग्राम सभा में अभी कुछ समय पहले लगभग 15 वर्ष पूर्व स्कूल की बिल्डिंग का निर्माण किया गया था जोकि विभाग के कुछ गोलमाल करने वाले अधिकारियों ने बिल्डिंग को नीलाम कर दिया और ठेकेदार के द्वारा वह बिल्डिंग तुड़वा दी गई और आज तक बिल्डिंग का कोई भी निर्माण नहीं कराया गया जबकि ग्रामीणों का कहना है की बिल्डिंग पूरी तरह से सुरक्षित थी लेकिन गोलमाल के चक्कर में उच्च अधिकारियों ने बिल्डिंग को नीलाम कर तुड़वा दिया | जिससे ग्रामीण जनता में भारी रोश व्याप है जिससे की वच्चों को शिक्षा के लिय प्राइवेट स्कूलों में भटकना पड़ रहा है | इस बिल्डिंग की नीलामी कब और कहां हो गई किसी को नहीं पता चला जबकि यहां पर देखा जाए बिल्डिंग समय के बने शौचालय व रसोई घर पूर्ण रूप से सुरक्षित है और बिभाग के अधिकारियों का बिल्डिंग नीलाम करना एक मुख्य काम बन गया है | जिससे कि उसमें औने पौने दाम पर बिल्डिंग को नीलाम कर दिया जाता है | जबकि जो बिल्डिंग नीलाम करनी चाहिए वह बिल्डिंग नीलाम नहीं की जा रही है | कंपोजिट विद्यालय तलाग्राम 2007 में विद्यालय के 10 कमरों का निर्माण कराया गया था जोकि अभी विद्यालय के कमरे पूर्ण रूप से सुरक्षित है जिनको जर्जर में घोषित कर दिया गया और जिनमें से तीन कमरों को नीलाम भी कर दिया गया | अगर देखा जाए तो रसूलाबाद कंपोजिट प्राथमिक विद्यालय में एक कमरे की ऐसी बिल्डिंग है जो कभी भी गिर सकती है लेकिन उसको नीलाम नहीं किया गया | जिसका प्रत्यक्ष उदाहरण रसूलाबाद स्कूल में देखा जा सकता है | जिले में ऐसी कई बिल्डिंगे नीलाम की गई जो पूर्ण रूप से सुरक्षित थी |
ग्राम सभा रनवा में बहुत ही पुरानी बिल्डिंग विद्यालय परिसर में खड़ी हुई है जिसको अभी तक नीलाम नहीं किया गया जिसमें शरारती तत्वों ने खिड़की दरवाजे आदि उखाड़ ले गए लेकिन पूरे जनपद में कई ऐसी बिल्डिंग थी जो पूर्ण रूप सुरक्षित थी जिनको विभाग के द्वारा औने पौने दाम में नीलामी करके गिरवा दिया गया जबकि किसी भी सरकारी विभाग की नीलामी को ज्ञापन कराना चाहिए जिससे जो जिले के ठेकेदार है वह वहां पर बोली लगाये सबसे अधिक बोली लगाने वाले को इमारत सौपी जाए और राजस्व विभाग को फायदा हो लेकिन ऐसा ना करके विभाग के कुछ कर्मचारी चुपचाप नीलामी कर देते हैं जिनकी खबर उनके खास ठेकेदारों तक पहुंचाई जाती है जिससे कि सरकार की आंखों में धूल झोक कर सरकार को लाखों का चूना लगा रहे हैं |
उच्च अधिकारियों को चाहिए कि जिले की नीलामी बिल्डिंगों की जांच की जाए तो सारी सच्चाई सामने आ जाएगी |