दिल्ली को आज एक नया मुख्यमंत्री मिल गया है, जब आम आदमी पार्टी (आप) के विधायकों ने सर्वसम्मति से आतिशी मर्लेना को विधायक दल का नेता चुना। इसके साथ ही, आतिशी अरविंद केजरीवाल की जगह लेते हुए दिल्ली की मुख्यमंत्री बनेंगी। वह दिल्ली के मुख्यमंत्री पद पर काबिज होने वाली तीसरी महिला होंगी, इससे पहले सुषमा स्वराज और शीला दीक्षित इस पद पर थीं। इसके साथ ही, वर्तमान समय में वह पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बाद भारत की दूसरी महिला मुख्यमंत्री होंगी।
आतिशी कौन हैं?
आतिशी मर्लेना, आम आदमी पार्टी की प्रमुख नेता और दिल्ली के कालकाजी विधानसभा क्षेत्र की विधायक हैं। पार्टी में उनकी अहम भूमिका है, और वह आप की राजनीतिक मामलों की समिति (PAC) की सदस्य भी हैं। मौजूदा समय में वह दिल्ली सरकार में शिक्षा, पीडब्ल्यूडी, संस्कृति और पर्यटन मंत्री के रूप में कार्य कर रही हैं। इससे पहले, आतिशी ने पूर्व शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया के सलाहकार के रूप में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी और दिल्ली की शिक्षा प्रणाली में सुधार करने में उनका अहम योगदान रहा है।
2019 लोकसभा चुनाव और शिक्षा सुधार में योगदान
2019 के लोकसभा चुनावों में, आम आदमी पार्टी ने आतिशी को अपना उम्मीदवार बनाया था, जहां उन्हें दिल्ली में संगठन को मजबूत करने की जिम्मेदारी भी सौंपी गई थी। हालाँकि वह चुनाव नहीं जीत सकीं, लेकिन उनके काम ने उन्हें दिल्ली की शिक्षा सुधार की आवाज़ बना दिया। आतिशी ने राजधानी में सरकारी स्कूलों की स्थिति सुधारने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, और उनकी इस पहल को देशभर में सराहा गया।
दिल्ली के सरकारी स्कूलों में शिक्षा के स्तर को सुधारने के लिए उनका योगदान विशेष रूप से उल्लेखनीय है। उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में कई सुधार लागू किए, जिनमें टीचर्स ट्रेनिंग और नए पाठ्यक्रम शामिल हैं। आतिशी का मानना है कि शिक्षा ही किसी समाज को आगे ले जाने का सबसे मजबूत आधार है, और इसी सोच के साथ उन्होंने दिल्ली की शिक्षा नीति को नई दिशा दी।
शैक्षिक पृष्ठभूमि: ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय से शिक्षा
आतिशी का शिक्षा के प्रति गहरा रुझान उनकी शैक्षिक पृष्ठभूमि से स्पष्ट होता है। वह दिल्ली के स्प्रिंगडेल स्कूल से स्कूली शिक्षा प्राप्त करने के बाद सेंट स्टीफंस कॉलेज में इतिहास की पढ़ाई करने गईं, जहां उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय में शीर्ष स्थान प्राप्त किया। इसके बाद, वह Chevening Scholarship के तहत ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय से मास्टर डिग्री हासिल करने के लिए इंग्लैंड चली गईं। इसके कुछ साल बाद, उन्होंने रोड्स स्कॉलर के रूप में ऑक्सफोर्ड से दूसरी मास्टर डिग्री एजुकेशन रिसर्च में प्राप्त की। उनकी इस उच्च शिक्षा ने उन्हें शिक्षा क्षेत्र में सुधार और नीतियों को समझने में गहरा अनुभव दिया, जिसका लाभ दिल्ली की शिक्षा प्रणाली में देखने को मिला।
समाजसेवा और ग्रामीण अनुभव
आतिशी का राजनीति में प्रवेश अचानक नहीं हुआ था। वह शुरू से ही समाज में बदलाव लाने की चाह रखती थीं। शिक्षा पूरी करने के बाद, उन्होंने मध्य प्रदेश के एक छोटे से गांव में सात साल बिताए, जहां वह जैविक खेती और प्रोग्रेसिव एजुकेशन सिस्टम से जुड़ी रहीं। इस दौरान उन्होंने कई गैर-लाभकारी संगठनों के साथ काम किया और गांवों में शिक्षा और खेती के क्षेत्र में सुधार के प्रयास किए। इस समय के दौरान उनकी मुलाकात आम आदमी पार्टी के अन्य सदस्यों से हुई, और यह उनकी राजनीति में एंट्री का महत्वपूर्ण मोड़ था।
आप में महत्वपूर्ण भूमिका
2013 में आम आदमी पार्टी के गठन के समय से ही आतिशी पार्टी का एक प्रमुख हिस्सा रही हैं। उन्होंने पार्टी की नीतियों को आकार देने में अहम भूमिका निभाई और शुरुआती दिनों में पार्टी की विचारधारा और सिद्धांतों को स्थापित करने में योगदान दिया। पार्टी के प्रवक्ता के रूप में, आतिशी ने टीवी चैनलों पर अपनी प्रभावी और शांत तरीके से पार्टी का पक्ष रखा, जिससे उनकी एक कुशल वक्ता के रूप में पहचान बनी।
पार्टी में शामिल होने के बाद से आतिशी ने शिक्षा के क्षेत्र पर विशेष ध्यान केंद्रित किया और दिल्ली की शिक्षा प्रणाली को सुधारने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए। वह इस बात पर जोर देती रही हैं कि अगर हमें अपने समाज को सशक्त बनाना है तो सबसे पहले शिक्षा व्यवस्था को मजबूत करना होगा।
राजनीतिक सफर और मुख्यमंत्री पद
आतिशी की राजनैतिक यात्रा कई चुनौतियों और उपलब्धियों से भरी रही है। उन्होंने अपनी कड़ी मेहनत, दूरदर्शिता और समर्पण से दिल्ली की राजनीति में अपनी अलग पहचान बनाई है। उनकी प्राथमिकता हमेशा जनता के कल्याण और शिक्षा पर रही है, और इसी कारण से उन्हें जनता के बीच काफी लोकप्रियता मिली है।
अब, दिल्ली की मुख्यमंत्री बनने के बाद, आतिशी के सामने कई नई चुनौतियां होंगी, लेकिन उनके पिछले अनुभवों और कड़ी मेहनत के चलते, यह माना जा रहा है कि वह इस पद पर सफलतापूर्वक कार्य करेंगी। उनका मुख्य फोकस शिक्षा सुधार, इन्फ्रास्ट्रक्चर विकास, और दिल्ली को एक स्वच्छ, सुरक्षित और सशक्त राजधानी बनाने पर होगा।
दिल्ली की तीसरी महिला मुख्यमंत्री के रूप में आतिशी का यह पदभार न केवल उनके लिए, बल्कि पूरे देश की राजनीति के लिए एक महत्वपूर्ण घटना है। उनके नेतृत्व में, दिल्ली की राजनीति और विकास में नए आयाम जुड़ने की संभावना है।