भारत के विभिन्न राज्यों की सरकारें अपने नागरिकों के लिए अलग-अलग योजनाएं पेश करती हैं। इनमें से कुछ योजनाएं बुजुर्गों के लिए होती हैं, कुछ महिलाओं के लिए, और कुछ विशेष रूप से छात्रों के लिए बनाई जाती हैं। कई राज्यों में ऐसे छात्र हैं जिनके माता-पिता आर्थिक रूप से सक्षम नहीं होते, जिसके कारण उन्हें उच्च शिक्षा प्राप्त करने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है।
हालांकि, झारखंड राज्य में अब इस समस्या का समाधान हो गया है। जिन छात्रों के पास उच्च शिक्षा के लिए पैसे नहीं हैं, उन्हें अब चिंता करने की जरूरत नहीं है। झारखंड सरकार ने “गुरुजी स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना” शुरू की है, जिसके तहत छात्रों को बिना ब्याज के 4 लाख रुपये तक की वित्तीय सहायता मिलेगी। आइए जानते हैं कि इस योजना का लाभ कैसे उठाया जा सकता है और यह योजना क्या है।
गुरुजी स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना:
झारखंड सरकार ने राज्य के छात्रों के लिए “गुरुजी स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना” शुरू की है। इस योजना के तहत, छात्रों को उनकी पढ़ाई के लिए 15 लाख रुपये तक का लोन दिया जाएगा, जिसका उद्देश्य राज्य के छात्रों को उच्च शिक्षा की सुविधा देना है। यह योजना विशेष रूप से उन बच्चों के लिए बनाई गई है, जो आर्थिक रूप से कमजोर या गरीब परिवार से आते हैं।
योजना के अंतर्गत, 15 लाख रुपये तक के लोन पर सिर्फ 4% की ब्याज दर रखी गई है, और छात्रों को इस लोन को चुकाने के लिए 15 साल का समय मिलेगा। इससे छात्रों को शिक्षा के लिए आर्थिक बोझ कम होगा और उन्हें बेहतर भविष्य की ओर बढ़ने में मदद मिलेगी।
बिना ब्याज के 4 लाख तक का लोन:
अगर कोई छात्र कम राशि का लोन लेना चाहता है, तो वह बिना किसी ब्याज के 4 लाख रुपये तक का लोन प्राप्त कर सकता है। इस योजना के तहत, 4 लाख रुपये तक का लोन 0% ब्याज दर पर दिया जाएगा। इसका लाभ केवल झारखंड के स्थायी निवासियों को ही मिलेगा।
आवश्यक दस्तावेज:
इस योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए छात्रों को कुछ दस्तावेज प्रस्तुत करने होंगे, जिनमें निम्न शामिल हैं:
- आधार कार्ड
- निवास प्रमाण पत्र
- राशन कार्ड
- आयु प्रमाण पत्र
- आय प्रमाण पत्र
- जाति प्रमाण पत्र
- बैंक खाता जानकारी
- मोबाइल नंबर
- ईमेल आईडी
- पासपोर्ट साइज फोटो
आवेदन प्रक्रिया:
इस योजना के लिए आवेदन करने के लिए, छात्रों को योजना की आधिकारिक वेबसाइट https://gscc.jharkhand.gov.in/ पर जाना होगा। वहां पर पहले रजिस्ट्रेशन करना होगा, और फिर मांगी गई जानकारी को सही ढंग से भरना होगा। आवेदन सफलतापूर्वक पूरा होने के बाद, छात्रों को योजना का लाभ मिल सकेगा।
इस तरह, झारखंड सरकार की यह योजना आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों के लिए उच्च शिक्षा के दरवाजे खोलने में मददगार साबित हो रही है।