अमेरिका और भारत ने एक समझौते पर सहमति बनाई है जिसके तहत दक्षिण एशियाई देश में एक सेमीकंडक्टर निर्माण संयंत्र की स्थापना के लिए मिलकर काम किया जाएगा। यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के देश में मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा देने के प्रयासों को बल देगा।
यह प्रस्तावित संयंत्र इंफ्रारेड, गैलियम नाइट्राइड और सिलिकॉन-कार्बाइड सेमीकंडक्टर का उत्पादन करेगा। यह जानकारी व्हाइट हाउस द्वारा जारी बयान में दी गई, जो शनिवार को डेलावेयर में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और प्रधानमंत्री मोदी की बैठक के बाद आया। इस संयंत्र की स्थापना में भारतीय सेमीकंडक्टर मिशन के समर्थन और “भारत सेमी, 3rdiTech Inc, और यूएस स्पेस फोर्स के बीच रणनीतिक प्रौद्योगिकी साझेदारी” की महत्वपूर्ण भूमिका होगी।
एशिया में भारत की रणनीतिक भू-राजनीतिक स्थिति ने प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में अवसरों के लिए एक नया केंद्रबिंदु प्रदान किया है। पिछले एक दशक में, प्रधानमंत्री मोदी ने बार-बार यह कहा है कि वह भारत को चीन के विकल्प के रूप में स्थापित करेंगे। इसके चलते Apple Inc और Samsung Electronics Co जैसी कंपनियों ने भारत में अपने कुछ निर्माण कार्य शुरू कर दिए हैं।
न्यूयॉर्क में तकनीकी सीईओ के साथ हुई सार्थक चर्चा में प्रौद्योगिकी और नवाचार से जुड़े विभिन्न पहलुओं पर बातचीत हुई। इसमें भारत द्वारा इस क्षेत्र में की गई प्रगति पर भी प्रकाश डाला गया। मुझे भारत के प्रति अत्यधिक आशावाद देखकर खुशी हो रही है।
इस महीने की शुरुआत में, भारत के प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा था कि भारत पूरे चिप मूल्य श्रृंखला को विकसित करने का प्रयास कर रहा है। भारत का लक्ष्य दशक के अंत तक अपने इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्र को 500 बिलियन डॉलर (लगभग 41,83,292 करोड़ रुपये) तक बढ़ाने का है।
दोनों देशों ने लगभग 1 बिलियन डॉलर (लगभग 8,366 करोड़ रुपये) के निवेश के साथ भारत की घरेलू स्वच्छ ऊर्जा आपूर्ति श्रृंखला को मजबूत करने वाले परियोजनाओं के लिए भी सहयोग की घोषणा की है। यह सहयोग इंटरनेशनल बैंक फॉर रिकंस्ट्रक्शन एंड डेवलपमेंट के माध्यम से किया जाएगा।
प्रधानमंत्री मोदी तीन दिवसीय यात्रा पर अमेरिका में हैं, जहां वह वार्षिक क्वाड सम्मेलन में भाग ले रहे हैं। इसके अलावा, वे संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित करेंगे और भारतीय प्रवासी तथा अमेरिकी प्रौद्योगिकी उद्योग के प्रमुख अधिकारियों से मुलाकात कर रहे हैं।
रविवार को प्रधानमंत्री मोदी ने अल्फाबेट इंक. के गूगल के सुंदर पिचाई, एनवीडिया कॉर्प के जेन्सेन हुआंग, और एली लिली एंड कंपनी के डेविड रिक्स सहित कई प्रमुख व्यक्तियों से मुलाकात की और न्यूयॉर्क के लॉन्ग आइलैंड में एक भारतीय प्रवासी कार्यक्रम को भी संबोधित किया। अगला क्वाड सम्मेलन 2025 में भारत में आयोजित किया जाएगा।