सड़कों पर गाय व नंदी के घूमने से जनपद की जानता परेशान, आए दिन होती घटनाएं


रिपोर्ट अक्षय कुमार प्रजापति, ब्यूरो चीफ कन्नौज
कन्नौज :
जनपद में नंदी और आवारा गायों से पूरे जनपद की जनता परेशान, आए दिन होती घटनाएंकई लोग अपनी जान को गवा चुके हैं लेकिन विभाग के उच्च अधिकारी बेखबर बने हुए बैठे हैं |
प्राप्त विवरण के अनुसार, जनपद में शासन के आदेश के अनुसार कई अस्थाई गौशालाओं का निर्माण किया गया है लेकिन जनपद में कुछ ऐसी भी गौशालाएं हैं जो केवल कागजों तक ही सीमित है और गायों के नाम पर उन गौशालाओं में एक भी गाय नहीं है |
जिसका प्रत्यक्ष उदाहरण छिबरामऊ गौशाला, बहेवलपुर में भी देखा जा सकता है और कई ऐसी ग्राम सभाएं हैं जिम अस्थाई गौशाला स्थापित करने के बाद गायों को छोड़ दिया गया और पैसा आज भी सचिव और प्रधान की मिली भगत से बराबर निकाला जा रहा है |
जबकि कुछ दिन पहले ही जिला अधिकारी महोदय ने आदेश किया था की कोई भी गए आवारा रोड पर नहीं घूमती पाई जाए | गायों को गौशाला में रखा जाए और नंदी को नंदी शाला में रखा जाए लेकिन जिला अधिकारी के आदेशों की धज्जिया उड़ाकर अपनी मनमानी कर रहे हैं | जबकि कुछ ग्रामीणों ने इसकी शिकायत जिला अधिकारी महोदय से कलेक्टेड में जाकर की और ज्ञापन दिया अगर देखा जाए तो जनपद की 90% गौशालाओं की हालत बहुत ही ज्यादा खराब है जिसमें ग्राम सभा कलशान,अगौश की गौशाला, ग्राम सभा रोहली की गौशाला, ग्राम सभा मवैया की गौशाला, ग्राम सभा मुसाफिरपुर की गौशाला, नगर पंचायत तालग्राम की गौशाला, नगर पालिका गुरसहायगंज की गौशाला जिनकी बहुत ही ज्यादा दैनीये दशा है अगर देखा जाए तो नगर पंचायत तलाग्राम की गौशाला में केवल खाना पूर्ति हेतु गाय रखी जाती है जबकि नगर की गली गली में गाय व नंदी खुलेआम रोडो पर घूमते हैं |
वही नगर पंचायत के छात्र व छात्राओं ने बताया कि हम लोग विद्यालय जाते हैं तो रोड़ों पर नंदी वा गाय मिलती हैं जिसके कारण हम लोगों को दूसरी रोड से घूम कर जाना पड़ता है | कभी-कभी तो ऐसा होता है कई रोड घूम कर जाते हैं तब भी हम लोगों को लाठी डंडे का सहारा लेना पढ़ता है |
जनपद की कई गौशालाएं इस समय खाली पड़ी हुई है जिसमे गाय के नाम पर एक भी गाय का बच्चा नहीं है |
जिसका प्रत्यक्ष उदाहरण कपूरपुर गांव के बीच मे बनी गौशाला मे देखा जा सकता है इसका कई बार हमारे संवाददाता ने पहुंच कर जानकारी करनी चाहिए कि यह गौशाला किस ग्राम की है लेकिन वहां पर किसी भी व्यक्ति की उपस्थिति नहीं मिली और गौशाला पूरी तरह से खाली पड़ी हुई है | बिरियन नगला त्यूर की गौशाला अस्थाई रूप से बनाई गई थी लेकिन कुछ समय के बाद वहां की सारी गाय गायब हो गई गौशाला भी आज दिन तक गायब चल रही है जिसका प्रत्यक्ष उदाहरण विरियन नगला की गौशाला में देखा जा सकता है |
वहीं कुछ ऐसी ग्राम सभाएं हैं जिनमे आज तक गौशाला की स्थापना ही नहीं की गई जिसका प्रत्यक्ष उदाहरण अमोलर की ग्राम सभा में देखा जा सकता है इस ग्राम सभा में 12 से 13 ग्राम लगते हैं लेकिन आज तक इस ग्राम सभा में कोई भी गौशाला नहीं बनाई गई जिससे यह प्रतीत होता है कि यहां के प्रधान और सचिव की पूरी लापरवाही है जिस कारण किसानों की फसल को भारी नुकसान पहुंच रहा है जिसकी शिकायत ग्रामीणों ने कई बार उच्च अधिकारियों से की लेकिन मामला ठंडे बस्ते में पढ़ा ही रह जाता है |
वही ग्रामीणों ने बताया कि अमोलर ग्राम सभा में सफाई के नाम पर खाना पूर्ति की जा रही है और सफाई कर्मचारी एक भी दिन सफाई करने नहीं आता है और ऐसी कई ग्राम सभाएं हैं जिनमें गौशाला की व्यवस्था आज तक नहीं की गई प्रधान व सचिव मिलकर फर्जी कागजों में गौशाला दिखाकर पैसे का गोलमाल कर रहे हैं | ग्रामीणों का कहना है कि अगर उच्च अधिकारी गहनता से जांच करें तो गौशालाओं की सारी हकीकत सामने आ जाएगी |

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