रिपोर्ट श्याम जी पाठक, ओबरा सोनभद्र।
ओबरा। 06 अक्टूबर 2024
ओबरा सोनभद्र स्थानीय आरती चित्र मंदिर प्रांगण में श्री राम कथा के चतुर्थ दिवस भगवान श्री राम के धार्मिक घटनाओं पर विस्तृत चर्चा पूज्य श्री राजन जी महाराज ने की। इस दौरान हजारों की संख्या में मौजूद श्रद्धालुओं ने मनमोहन श्री राम के गाथाओं की अनुभूति करते हुए कथा का रसपान किया।
महाराज जी ने बताया कि पूरी दुनिया में व्यक्तित्व की मर्यादा ही शाश्वत है। चरित्र शक्ति ही बहुमूल्य है। इसलिए श्री राम कथा के मूल कर प्रत्येक व्यक्ति के चरित्र को लेकर प्रशस्त्र करना ही है। धरती पर भगवान का अवतरण होना मतलब परोपकार भावना का जागृत होना। ऐश्वर्या शक्तियां जीवन को संरक्षित करने का पावन कार्य निरंतर कर रहे हैं।
जिसकी वजह से जिओ पर दया करने का भाव हर युग में चला चला आ रहा है। और तो और भगवान श्री राम ने विकट परिस्थितियों में भी जीव जंतुओं को किसी न किसी रूप में अपना अभिन्न सारथी बनाया। चाहे वह हनुमान जी महाराज हो चाहे वह गरूड़ माराज हो। धर्म पर धर्म की जीत का मुख्य मार्ग प्राणियों के जीव सूत्र से ही होकर जाता है।
कथा जैसे-जैसे आगे बढ़ रही थी वैसे-वैसे आनंद की अनुभूति होती जा रही थी। इस कार्यक्रम का संचालन श्री राम कथा समिति के महामंत्री कार्यक्रम प्रभारी राजू वैश्य वी पंडाल व्यवस्थापक प्रमुख विनोद केसरी जी ने किया। भगवान राम का जन्म उत्तर प्रदेश में हुआ इसके लिए उत्तर प्रदेश के सभी जनमानस भगवान है । महाराज जी ने कहा कि आने वाला कलयुग में कल्कि अवतार भी उत्तर प्रदेश में होगा यह क्या मामूली कृपा है फिर भी उत्तर प्रदेश के प्रधानों को समझ में नहीं आ रहा है ।अपने आप को पहचान नहीं पा रहे हैं।
वही आज की कथा का आरंभ व्यास पूजा के साथ मुख्य जजमान देवेंद्र केसरी के द्वारा किया गया। इस कार्यक्रम मैं मात्र शक्ति उषा शर्मा, ममता श्रीवास्तव, पुष्पा दुबे ,सरिता सिंह, रिंकी यादव, संजू श्रीवास्तव, ज्योति तिवारी, बिना पांडे, सुषमा कुशवाह ,रितिक प्रजापति, विद्या दुबे, अर्पिता पांडे, हर्षिता पांडे, सृष्ठी जायसवाल, रागिनी पांडे, नीता चौबे ,बीना पांडे, रेखा शाह, गीता, पूजा, अनीता चौरसिया ,संगीता सिंह के साथ समिति के विशाल केसरी, अरविंद सोनी, जयशंकर भारद्वाज, विवेक मालवीय, सौरभ सिंह ,रविंदर गर्ग ,संजीव मालवीय, राजा राम सिंह, समीर माली, अनुराग श्रीवास्तव, अशोक सिंह, वीरेंद्र श्रीवास्तव, राकेश यादव ,बम भोले जी, विभाष घटक के साथ और भी पदाधिकारी उपस्थित रहे।