दिवाली पर 80% छूट! लेकिन ये 5 ऑनलाइन शॉपिंग स्कैम्स आपको कंगाल कर सकते हैं!

दिवाली के आगमन के साथ ही बाजारों में उत्साह और चहल-पहल दिखाई देने लगी है। लोग अपने घरों को सजाने और त्योहारी खुशी को खास बनाने के लिए नई-नई चीजें खरीदने की तैयारी में हैं। इस समय बाजारों में पारंपरिक खरीदारी का जोश बरकरार है, लेकिन ऑनलाइन शॉपिंग का क्रेज भी तेजी से बढ़ा है। जहां कुछ लोग बाजार जाकर चीजें खरीदने को प्राथमिकता दे रहे हैं, वहीं बड़ी संख्या में लोग ई-कॉमर्स साइट्स और ऐप्स के माध्यम से अपने घरों की जरूरतें पूरी कर रहे हैं।

इस समय ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स पर डिस्काउंट और स्पेशल ऑफर्स की भरमार है, जो ग्राहकों को आकर्षित करने का एक बड़ा जरिया बन चुके हैं। हालांकि, ऑनलाइन शॉपिंग से जहां कई सुविधाएं मिलती हैं, वहीं इसके साथ साइबर धोखाधड़ी और फ्रॉड का खतरा भी बढ़ जाता है। खासकर फेस्टिव सीजन में, जब लोग खरीदारी में व्यस्त होते हैं, ठग और स्कैमर्स इस अवसर का फायदा उठाने के लिए नए-नए तरीके अपनाते हैं। इसलिए ऑनलाइन शॉपिंग के दौरान सतर्कता और सावधानी बेहद जरूरी हो जाती है ताकि आप किसी भी प्रकार की धोखाधड़ी से सुरक्षित रह सकें।

ऑनलाइन शॉपिंग के फायदे और जोखिम

ऑनलाइन शॉपिंग ने हमारे जीवन को पहले के मुकाबले काफी आसान और सुविधाजनक बना दिया है। अब आपको किसी भी चीज़ के लिए लंबी लाइन में खड़े रहने की जरूरत नहीं है। सिर्फ कुछ क्लिक के जरिए आप अपने पसंदीदा प्रोडक्ट्स को ऑर्डर कर सकते हैं, और वे सीधे आपके दरवाजे पर डिलीवर हो जाते हैं। यह प्रक्रिया विशेष रूप से फेस्टिव सीजन में बहुत फायदेमंद होती है, जब बाजारों में भीड़ होती है और लोगों के पास समय की कमी होती है।

हालांकि, ऑनलाइन शॉपिंग के फायदे होने के साथ-साथ इसके कुछ नकारात्मक पहलू भी हैं। सबसे बड़ा जोखिम साइबर ठगी का होता है। इस प्रकार के फ्रॉड्स में ठग भोलेभाले ग्राहकों को फेक वेबसाइट्स, ऐप्स, और आकर्षक ऑफर्स के जरिए लूटने की कोशिश करते हैं। खासतौर पर त्योहारों के समय ऐसे मामले बढ़ जाते हैं, जब लोग ऑफर्स और डिस्काउंट के चक्कर में पड़कर धोखे का शिकार हो जाते हैं। कभी-कभी ‘बाय वन गेट वन फ्री’ जैसी डील्स और भारी छूट के विज्ञापन लोगों को आकर्षित कर लेते हैं, लेकिन असलियत कुछ और ही होती है।

स्कैम्स और ठगी से कैसे बचें?

ऑनलाइन शॉपिंग के दौरान धोखाधड़ी से बचने के लिए कुछ महत्वपूर्ण बातों का ध्यान रखना बेहद आवश्यक है। नीचे दिए गए सुझावों का पालन करके आप किसी भी प्रकार की ठगी से सुरक्षित रह सकते हैं:

  1. वेबसाइट और ऐप की प्रामाणिकता की जांच करें:
    जिस वेबसाइट या ऐप से आप शॉपिंग करने जा रहे हैं, उसकी प्रामाणिकता को पहले जांच लें। इसके लिए आप वेबसाइट के यूआरएल की जांच कर सकते हैं। फेक शॉपिंग वेबसाइट्स में अक्सर यूआरएल में गलतियां होती हैं। उदाहरण के लिए, अगर किसी असली वेबसाइट का यूआरएल “amazon.com” है, तो फेक वेबसाइट में ऐसा हो सकता है कि ‘a’ की जगह ‘0’ का उपयोग किया जाए या कोई अन्य शब्द जोड़ दिया जाए। यह एक सामान्य तरीका होता है जिससे स्कैमर्स लोगों को धोखा देने की कोशिश करते हैं। अगर आप किसी ऐप से शॉपिंग कर रहे हैं, तो प्ले स्टोर या ऐप स्टोर पर जाकर उसके डेवलपर की जानकारी चेक करें। रेटिंग और रिव्यू भी ध्यान से पढ़ें ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि वह ऐप असली और सुरक्षित है।
  2. सोशल मीडिया विज्ञापनों पर अंधविश्वास न करें:
    सोशल मीडिया पर दिखने वाले विज्ञापनों पर आंख मूंदकर भरोसा न करें। अगर किसी प्रोडक्ट का विज्ञापन आपको फेसबुक, इंस्टाग्राम, या किसी अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर दिखाई देता है, तो उसे तुरंत खरीदने से पहले जांच लें। उस प्रोडक्ट को अमेज़न, फ्लिपकार्ट या अन्य विश्वसनीय ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर देखें। ऐसा करना आपको धोखाधड़ी से बचा सकता है, क्योंकि कई बार सोशल मीडिया विज्ञापनों में फेक वेबसाइट्स के लिंक होते हैं, जो धोखाधड़ी के उद्देश्य से बनाए गए होते हैं।
  3. फेक रिव्यू से सावधान रहें:
    जब आप किसी प्रोडक्ट को खरीदने से पहले रिव्यू पढ़ते हैं, तो यह ध्यान रखें कि कुछ रिव्यू फर्जी भी हो सकते हैं। कई बार विक्रेता पैसे देकर फेक रिव्यू लिखवाते हैं ताकि ग्राहक उन रिव्यू को देखकर भ्रमित हो जाएं और प्रोडक्ट खरीद लें। इसलिए हमेशा किसी भी प्रोडक्ट के नकारात्मक और सकारात्मक दोनों तरह के रिव्यू पढ़ें और एक संतुलित निर्णय लें।
  4. टर्म्स और कंडीशन ध्यान से पढ़ें:
    कोई भी प्रोडक्ट खरीदने से पहले उसकी टर्म्स एंड कंडीशन, रिटर्न पॉलिसी, और वारंटी संबंधी जानकारी को ध्यान से पढ़ें। यह खासकर महंगे प्रोडक्ट्स के लिए जरूरी है, क्योंकि अगर प्रोडक्ट में कोई समस्या आती है, तो आपको पता होना चाहिए कि इसे कैसे लौटाया जा सकता है या इसके लिए किस प्रकार की सेवा उपलब्ध है।
  5. डिलीवरी के समय सतर्कता बरतें:
    अगर आपने कोई प्रोडक्ट ऑनलाइन ऑर्डर किया है, तो डिलीवरी के समय बॉक्स को डिलीवरी ब्वॉय के सामने ही खोलें और प्रोडक्ट की जांच कर लें। अगर आपको किसी प्रकार की गड़बड़ी दिखती है, तो तुरंत उसे रिपोर्ट करें और रिटर्न प्रोसेस शुरू करें। ऐसा करने से आपको खराब या नकली प्रोडक्ट से बचने में मदद मिलेगी।

धोखाधड़ी का शिकार होने पर क्या करें?

अगर आप किसी प्रकार की ऑनलाइन ठगी या साइबर फ्रॉड का शिकार हो जाते हैं, तो इसके बारे में तुरंत कदम उठाना जरूरी है। सबसे पहले आप साइबर क्राइम सेल में शिकायत दर्ज करा सकते हैं। इसके अलावा, आप https://consumerhelpline.gov.in/ पर जाकर भी शिकायत कर सकते हैं। इस प्लेटफॉर्म पर उपभोक्ता शिकायतें दर्ज कर सकते हैं और उन्हें समाधान प्राप्त होता है। इसके साथ ही, आप हेल्पलाइन नंबर 1800-11-4000 या 1915 पर कॉल करके भी सहायता प्राप्त कर सकते हैं।

ध्यान रखें कि ऑनलाइन शॉपिंग में सुरक्षा और सतर्कता बहुत महत्वपूर्ण है। यदि आप ऊपर दिए गए सुझावों का पालन करेंगे, तो आप त्योहारी सीजन में बिना किसी चिंता के सुरक्षित और आनंददायक शॉपिंग कर सकते हैं।

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