सिंगरौली: रामगढ़ की छाई फ़िर सिंगरौली (महदेईया) में आई, डीएस ने किया धमाल, कोयले के काले खेल फिर हुआ शुरू, मिलावट का धंधा अपने शबाब पर।

ब्यूरो रिपोर्ट सिंगरौली।

सिंगरौली/मध्य प्रदेश। जिले में कोयला कबाड़ एवं डीजल माफिया से जुड़ी हुई घटनाओं के संबंध में आए दिन खबरें निकल कर सामने आती रहती है। पावर संयंत्रों को कोयला दिए जाने के मामले में विगत कुछ समय से मिलावट माफियाओं के द्वारा हानि पहुंचाई जा रही है। मिलावट खोरी के इस काम में एक तरफ जहां मिलावट खोरों की चांदी हो रही है।वही कोयला आधारित विद्युत संयंत्रों को चलाने वाली कंपनियों को करोड़ों रुपए के राजस्व की क्षति पहुंच रही है। सफेद पोश धारी कोयले में मिलावट के इस काले खेल के मास्टरमाइंड हो चले हैं। कोयले के काले रंग की तरह इन सफेद पोस के द्वारा मिलावट खोरी का खेल लंबे अरसे से किया जा रहा है। भले ही यह सफेद पोशाक वाले हो परंतु उनके हाथ कोयले की तरह काले हो चुके हैं। अपने रसूक के कारण इन पर प्रशासनिक सरपरस्ती की बात से भी इनकार नहीं किया जा सकता है। जाहिर सी बात है इतने बड़े खेल को अंजाम देने के लिए राजनैतिक सरपरस्ती का होना भी बेहद आवश्यक है। सूत्र तो सफेद पोश नेताओं के साथ सांठगांठ की बात को भी बताने से नहीं चूक रहे हैं।

कोयले में छाई और डस्ट के मिलावट जोरदार तरीके से शुरू करने की तैयारी:- सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कोयले में मिलावट का खेल फ़िर शुरू हो चूका है नए पुलिस अधीक्षक के आने से इस काले धंधे में कुछ कमी जरूर आई थी लेकिन बीतते समय के साथ कोल माफियाओं ने अपना खेल फिर शुरू कर दिया है। आप को बता दे कि सिंगरौली से डीएस ने फिर से रामगढ़ से छाई मागवाकर कोयले में मिलावट का खेल शुरू कर दिया है।सूत्र बताते हैं कि मिलावट खोरी का यह पूरा खेल करोड़ के आसपास की एक लंबी डील के साथ में होने जा रहा है। ऐसे में अंदाजा लगाया जा सकता है कि कोयले में मिलावट का यह खेल कितने व्यापक स्तर पर फैल चुका है। हालांकि नए पुलिस कप्तान के आने के बाद मिलावटखोरों के मंसूबों पर पानी फिर चुका है। अब यह मिलावट खोर कप्तान की उस मंशा पर पानी फेरने की फिराक में लग चुके हैं।

मिलावट के लिए लाई जा रही चारकोल:- विश्वस्त सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार रामगढ़ से प्रतिदिन 40 से 50 गाड़िया सिंगरौली ज़िले की महदेईया रेलवे साइडिंग में स्टोन डस्ट व छाई (चारकोल) मिक्सिंग के लिए लाया जा रहा है।

सूत्र बताते हैं कि संबंधित मिलावट सामग्री को कोयले में मिलाने के बाद मिलावटी कोयला तैयार कर लिया जाता। सूत्रों की माने तो प्रापक कोल कंपनी (डीएस), गोदावरी कोयला में मिक्सिंग कर पावर संयंत्र ललितपुर थर्मल पावर, बजाज एनर्जी लिमिटेड और प्रयागराज पावर प्लांट को मिलावटी कोयला भेजा जा रहा है। सूत्र बताते है कि छाई (चारकोल) और भस्सी का बड़ा खेल विगत 01 तारीख से शुरू हो गया है जो विगत कई सालों से अनवरत समय-समय पर चालू होता है बंद होता है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार विगत रात्रि कई गाड़ियां छाई मोरवा साइडिंग में रामगढ़ से लाई गई है।

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