ब्यूरो रिपोर्ट सिंगरौली।
सिंगरौली/मध्य प्रदेश। जिले में वायु गुणवत्ता सूचकांक लगातार बेहद खराब स्थिति में दर्ज किया जा रहा है। बुधवार को सिंगरौली का एक्यूआई 325 दर्ज हुआ है। पिछले दिन की तुलना में 40 अंक अधिक है। जो स्वास्थ्य के लिए बेहद हानिकारक माना जा रहा है। वही आरोप है कि क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण सिंगरौली का अमला प्रदूषण पर काबू पाने पूरी तरह से असफल साबित हो रहा है।
दरअसल पिछले एक महीने से सिंगरौली के मोरवा, बैढ़न, नवानगर, दुद्धिचुआ झींगूरदहा, गोरबी, गोंदवाली, बरगवां, डगा, गजरा बहरा, समेत अन्य इलाके का वायु गुणवत्ता सूचकांक लगातार बेहद खराब स्थिति में पहुंच रहा है। जहां स्वास्थ्य के लिए बेहद हानिकारक माना जा रहा है। वही वर्तमान में जहरीले तत्व का असर 325 गुरूवार को दर्ज किया गया। बताया जा रहा है कि दिनों-दिन सिंगरौली अंचल में प्रदूषण बेहद खराब स्थिति में पहुंच रहा है। कोयले का डस्ट, राखड़ व धूल भरी व जर्जर सड़के प्रदूषण को फैलाने में महती भूमिका निभा रहे हैं। वही खुले वाहनों से कोल एवं राखड़ परिवहन भी एक प्रमुख कारण है। क्षेत्र में प्रदूषण पर नियंत्रण पाने अब तक प्रदूषण नियंत्रण क्षेत्रीय अमला अब तक फे लुवर माना जा रहा है। अब तक प्रदूषण विभाग के अधिकारी प्रदूषण फैलाने वालों पर कड़ी कार्रवाई करने से बचते नजर आ रहे हैं।
फिलहाल देश की राजधानी दिल्ली सहित अन्य महानगर प्रदूषण की मार से झेल रहे हैं। वही सिंगरौली भी इसी संकट से जूझने लगी है। शायद जिम्मेदार अधिकारी महानगरों के तर्ज पर सिंगरौली को भी प्रदूषित कराने के नक्शे कदम पर चल रहे हैं।