ब्यूरो रिपोर्ट सिंगरौली।
सिंगरौली/ मध्य प्रदेश। लिंग आधारित हिंसा इन दिनों चर्चा में है। जेंडर आधारित हिंसा के बढ़ते मामलों को लेकर सिंगरौली पुलिस अधीक्षक मनीष खत्री और कलेक्टर चन्द्रशेखर शुक्ला सक्रिय है।
इसी क्रम में नवानगर के डीएवी हाईस्कूल में बच्चों को जेंडर आधारित हिंसा की रोकथाम के लिए जागरूकता अभियान की कार्यशाला लगाई गई। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार हम होंगे कामयाब अभियान के तहत नवानगर थाना क्षेत्र अंतर्गत डीएवी हाईस्कूल में जेंडर आधारित हिंसा के बारे में बच्चों को विस्तार से जानकारी दी गई। थाना प्रभारी ज्ञानेंद्र सिंह ने बताया कि जेंडर आधारित हिंसा की रोकथाम के लिए हम होंगे कामयाब थीम पर डीएवी हाईस्कूल में 2:00 बजें पहुंच कर जागरूकता अभियान चलाया गया है। थाना प्रभारी ज्ञानेंद्र सिंह छात्र-छात्राओं को बताया कि जेंडर के आधार पर कोई भी भेदभाव नहीं होना चाहिए। समाज में बच्चियों के मुकाबले बच्चों को ज्यादा लाड प्यार देकर उनकी आदतों को बिगाड़ देते हैं। वही बच्चे बाद में छेड़छाड़ जैसी घटनाएं करते हैं और बाद में बड़े अपराध कर बैठते हैं। बच्चियों की शादी 18 साल में जबकि बच्चों की शादी 21 साल में ही करें। ताकि शारीरिक, मानसिक सहित बौद्धिक रूप से परिपक्व हो जाएं। बाल विवाह करना और करना दोनों अपराध है। समाज में कहीं भी अत्याचार, प्रताड़ना, अपराध हो रहा है उसकी जानकारी पुलिस को दें।
छात्राओं को अपराध के खिलाफ आवाज उठाना और थाने में जाकर अपनी पीड़ा बताने में हिचक ना करें। शिकायत करने वाले या फिर सूचना देने वाले व्यक्ति का नाम गुप्त रखा जाता है।