ब्यूरो रिपोर्ट सिंगरौली
सिंगरौली/मध्य प्रदेश। प्रशासन के वादा खिलाफी को लेकर जिला पंचायत के एक दर्जन सदस्य जिला पंचायत सभागार में आज दिन मंगलवार को अनिश्चित कालीन धरना प्रदर्शन पर बैठ गये हैं। रेत व कोल परिवहन सहित विभिन्न मांगों को लेकर अड़े हुये हैं। इस धरना प्रदर्शन के चलते जिला पंचायत के अधिकारियों में हड़कंप की स्थिति निर्मित है।
गौरतलब है कि जिला पंचायत के सदस्य कमलेन्द्र सिंह चन्देल व अशोक सिंह पैगाम के अगुआई में जिला पंचायत सभागार में अनिश्चित कालीन धरना प्रदर्शन को लेकर सदस्य बैठ गये हैं। सदस्यों का विरोध है कि जिला पंचायत की बैठक में जो एजेंडा आता है। उन एजेंडों पर अधिकारियों से बात होती है। एजेंडो को जमीनी स्तर पर क्रियान्वयन करने की बात कही जाती है। बैठक के दौरान अधिकारी हामी भरते हैं। लेकिन बैठक होने के बाद सभी एजेंडों के मुद्दों को पूरी तरीके से भुला दिया जाता है। जिला प्रशासन ने अंधेर गर्दी का आलम इस कदर भरा कि जिला पंचायत के सदस्यों की कही भी सुनवाई नही हो रही है। सदस्यों ने कहा कि आमजनता हमे चुनकर प्रतिनिधित्व करने की जिम्मेदारी दी है। ताकि जनता का सही तरीके से कार्य हो सके। लेकिन यहां तो जब जनप्रतिनिधियों की सुनवाई नही हो रही है तो आमजनता की समस्या कैसे सुनी जाएगी। आये दिन सड़क हादसे हो रहे हैं। लोग काल के गाल में समा रहे हैं। घरों के चिराग बूझ रहे हैं। इस मसले पर प्रशासन कुम्भकरणीय निद्रा में सो रहा है। सिंगरौली की रेत कई राज्यों में जा रही है। अगर गांव की जनता नदी से एक-दो टाली रेत निकालती है। ताकि अपना घर बना सके तो खनिज विभाग व पुलिस कार्रवाई करती है। जबकि रेत माफिया एक-दो टाली बालु उठाने वाला नही है। रेत माफिया तो जो सिंगरौली कि रेत महंगे दामों में बेचकर पैसा कमा रहा है। वह माफिया है। सिंगरौली प्रशासन पूरी तरीके से बेलगाम हो चुका है। धरना में जिला पंचायत उपाध्यक्ष अर्चना नागेन्द्र सिंह सहित कई सदस्य मौजूद रहे।
कलेक्टर आएंगे तभी होगा धरना बन्द:- एक दर्जन से ऊपर जिला पंचायत सभागार में धरने पर बैठे सदस्यों ने कहा कि सड़क दुर्घटना बन्द करो, रेत खनन चिन्हित स्थान पर ही हो, आम जनता को सस्ते दर पर रेत उपलब्ध हो, जिले में पानी की समस्या बनी है, निजात दिलाईए, बेलगाम कोल परिवहन बन्द हो, मजदूरों को रोजगार दिलाई जाए, बाईपास व फोरलेन सड़क निर्माण कराया जाए इन मुद्दो को लेकर जिला पंचायत के सदस्य जिला पंचायत के सभागार में बैठे हुये हैं। सदस्यों का कहना है कि अब बहुत हो गया। एजेंडे के सवाल पर जवाब नही मिलता। जमीनी स्तर काम नही दिख रहा है। जब तक सही आश्वासन नही मिलेगा तब तक यह धरना प्रदर्शन सभागार में अनिश्चित काल चलता रहेगा। सदस्यों ने यह भी कहा कि कलेक्टर जब जिला पंचायत में आकर आश्वासन देंगे तभी यह धरना बन्द होगा। सदस्यों ने एजेंडा 5 का किया जिक्र जिला पंचायत सभागार में धरने पर बैठे सदस्यों ने जिला पंचायत के सामान्य प्रशासन की बैठक की जिक्र करते हुये कहा कि बैठक में एजेंडा क्रमांक 5 में खनिज विभाग गोण खनिज स्वीकृति की क्षेत्रवार स्थिति शिकायतों पर कार्रवाई की जानकारी जिला खनिज अधिकारी द्वारा जिले में संचालित रेत खदानों की जानकारी प्रस्तुत की गई। जिसमें लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग पेयजल सुविधाओं से जानकारी मांगी गई थी। जिसमें कहा गया था कि कितनी शिकायतें आई और कितना निराकरण हुआ। विकासखण्ड वार किस क्षेत्र में रेत की कितनी खदाने संचालित हैं। यह खदाने सही जगह पर रेत खनन कर रही हैं कि नही। विधिवत जानकारी मंागी गई थी। लेकिन अधिकारियों के द्वारा सही जानकारी तो दी गई। लेकिन रेत माफिया चिन्हित स्थानों पर रेत का खनन न कराके अन्यंत्र रकवे में खनन कराकर सिंगरौली का पैसा लूट रहा है।