सरकार का बड़ा खुलासा: मशहूर दवाओं के बैच फेल, आपकी सेहत पर मंडरा रहा खतरा!

सरकार का बड़ा खुलासा: दवाओं की गुणवत्ता पर सवाल, मेट्रोनिडाजोल और पैरासिटामोल फेल!

हाल ही में केंद्र सरकार ने राज्यसभा में दवाओं की गुणवत्ता को लेकर एक अहम खुलासा किया। जानकारी के मुताबिक, हिंदुस्तान एंटीबायोटिक लिमिटेड (Hindustan Antibiotics Limited) और कर्नाटक एंटीबायोटिक्स एंड फार्मास्युटिकल्स लिमिटेड (Karnataka Antibiotics and Pharmaceuticals Limited) द्वारा निर्मित दवाओं के कुछ बैच मानक गुणवत्ता परीक्षण (Quality Standard Test) में असफल रहे हैं। इन दवाओं में मेट्रोनिडाजोल 400 मिलीग्राम और पैरासिटामोल 500 मिलीग्राम शामिल हैं, जिन्हें आमतौर पर लोगों की बीमारियों के इलाज के लिए व्यापक रूप से उपयोग किया जाता है।

गुणवत्ता परीक्षण में असफल दवाओं के बैच की जानकारी

सरकार ने राज्यसभा में बताया कि निम्नलिखित दवाएं परीक्षण के दौरान मानक गुणवत्ता पर खरी नहीं उतरीं:

  • मेट्रोनिडाजोल 400 मिलीग्राम: हिंदुस्तान एंटीबायोटिक लिमिटेड (एचएएल) द्वारा निर्मित, बैच संख्या HMAA04।
  • पैरासिटामोल 500 मिलीग्राम: कर्नाटक एंटीबायोटिक एंड फार्मास्युटिकल्स लिमिटेड (केएपीएल) द्वारा निर्मित, बैच संख्या 2508323।

इन बैचों को केंद्रीय औषधि परीक्षण प्रयोगशालाओं (Central Drug Testing Laboratories) द्वारा जांचा गया और मानक गुणवत्ता के अनुरूप नहीं पाया गया। इसके बाद संबंधित निर्माताओं ने प्रभावित बैच को बाजार से वापस ले लिया और वैकल्पिक स्टॉक उपलब्ध कराया है।

क्यों है यह मामला गंभीर?

मानव स्वास्थ्य के लिए असुरक्षित दवाओं का उपयोग करना घातक हो सकता है। नकली, मिलावटी, या निम्न गुणवत्ता वाली दवाओं का सेवन रोगी के स्वास्थ्य पर गंभीर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकता है। सरकार ने यह भी स्पष्ट किया कि ऐसी दवाओं की सूची नियमित रूप से केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (CDSCO) की वेबसाइट पर अपलोड की जाती है ताकि जनता को जानकारी मिल सके।

निर्माताओं पर क्या कार्रवाई होगी?

फार्मास्युटिकल्स डिपार्टमेंट के अनुसार, ड्रग्स एंड कॉस्मेटिक्स एक्ट, 1940 के तहत निम्न गुणवत्ता या मिलावटी दवाओं के उत्पादन को दंडनीय अपराध माना गया है। इसके तहत:

  • संबंधित अधिकारियों द्वारा कानूनी कार्रवाई शुरू की जाती है।
  • दवा निरीक्षक नियमित अंतराल पर आपूर्ति श्रृंखला से दवाओं के नमूने लेते हैं।
  • जब कोई नमूना नकली या मानक गुणवत्ता के अनुरूप नहीं पाया जाता, तो तुरंत संबंधित निर्माता के खिलाफ कदम उठाए जाते हैं।

ड्रग्स रूल्स 1945 में संशोधन

केंद्र सरकार ने दवा निर्माण के लिए अच्छे विनिर्माण अभ्यास (Good Manufacturing Practices – GMP) को सुनिश्चित करने के लिए ड्रग्स रूल्स 1945 में संशोधन किया है। 28 दिसंबर 2023 को किए गए इस संशोधन के तहत:

  • दवा उत्पादों के निर्माण में उपयोग होने वाले संयंत्र, परिसर, और उपकरणों की गुणवत्ता सुनिश्चित की जाएगी।
  • निर्माताओं को शेड्यूल एम के तहत नियमों का पालन करना अनिवार्य होगा।

प्रभावित बैच को वापस लेने की प्रक्रिया

एचएएल और केएपीएल ने संबंधित बैचों को बाजार से वापस लेकर वैकल्पिक स्टॉक उपलब्ध कराया है। यह प्रक्रिया दवा सुरक्षा और गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए की गई है।

सरकार का रुख और चेतावनी

केंद्रीय मंत्री ने बताया कि नकली या मिलावटी दवाओं का उपयोग रोगियों के स्वास्थ्य को गंभीर नुकसान पहुंचा सकता है। ऐसे मामलों में तुरंत संबंधित अधिकारियों द्वारा जांच की जाती है और कार्रवाई की जाती है। उन्होंने कहा कि:

  • “हमने दोषपूर्ण दवाओं के खिलाफ सख्त कदम उठाने की प्रक्रिया को तेज कर दिया है।”
  • “ऐसी दवाओं की शिकायत मिलने पर उचित न्यायालय में अभियोजन चलाया जाता है।”

आम जनता के लिए चेतावनी

सरकार ने आम जनता को आगाह किया है कि निम्न गुणवत्ता वाली या नकली दवाओं का उपयोग स्वास्थ्य के लिए बेहद हानिकारक हो सकता है। उन्होंने सुझाव दिया कि:

  1. दवाओं की खरीद के दौरान हमेशा क्वालिटी सर्टिफिकेशन देखें।
  2. मान्यता प्राप्त फार्मेसियों से ही दवाएं खरीदें।
  3. किसी भी दवा से जुड़े साइड इफेक्ट या संदेहास्पद गुणवत्ता की शिकायत तुरंत स्वास्थ्य अधिकारियों को दें।

आगे का रास्ता

यह मामला दवा गुणवत्ता मानकों को और सख्त करने की आवश्यकता को दर्शाता है। सरकार ने दवा निर्माण, परीक्षण, और वितरण के हर चरण में निगरानी बढ़ाने के उपाय किए हैं। स्वास्थ्य क्षेत्र के विशेषज्ञों का मानना है कि यह कदम भारत में दवाओं की गुणवत्ता और विश्वसनीयता को मजबूत करने में मदद करेगा।

यह घटना दवा निर्माण और आपूर्ति में उच्च गुणवत्ता मानकों को बनाए रखने की आवश्यकता को रेखांकित करती है। नकली या मिलावटी दवाओं पर सख्त कार्रवाई और पारदर्शिता सुनिश्चित करना, न केवल जनता के स्वास्थ्य बल्कि दवा उद्योग की विश्वसनीयता के लिए भी आवश्यक है।


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