
न्यूजलाईन नेटवर्क- डिप्टी ब्यूरो रिपोर्ट
सोनभद्र/ उत्तर प्रदेश। विकासखंड चोपन में एक महत्वपूर्ण संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस संगोष्ठी का उद्देश्य ग्राम प्रधानों, स्थानीय प्राधिकारियों और शिक्षकों को एक साथ लाकर विद्यालयों के विकास के लिए ठोस कदम उठाना। इस संगोष्ठी में मुख्य रूप से ग्राम प्रधानों और शिक्षकों के बीच समन्वय बढ़ाने पर जोर दिया गया। विद्यालय कायाकल्प: 19 पैरामीटरों के आधार पर विद्यालयों को बेहतर बनाने के लिए ग्राम प्रधानों की भूमिका पर चर्चा हुई। दिव्यांग बच्चों के लिए शिक्षा विभाग द्वारा उपलब्ध कराए जा रहे उपकरणों के बारे में विस्तार से बताया गया। विद्यालय प्रबंध समिति के गठन और उसकी भूमिका को समझाया गया। बच्चों को डीबीटी के माध्यम से मिलने वाली धनराशि का सदुपयोग करने के तरीके बताए गए।
शिक्षकों को प्रशिक्षित करके उनकी क्षमता को बढ़ाने पर जोर दिया गया।विद्यालयों को आकर्षक बनाने के लिए ग्राम प्रधानों से सहयोग मांगा गया।मुख्य अतिथि ने कहा समाज कल्याण मंत्री संजीव कुमार गोंड ने इस अवसर पर कहा कि विद्यालयों के विकास में किसी भी तरह की समस्या आने पर वे हमेशा मदद के लिए तैयार हैं। उन्होंने डीबीटी से जुड़ी समस्याओं को जल्द से जल्द हल करने का आश्वासन दिया। संगोष्ठी के अंत में जुगैल गांव के ग्राम प्रधान को उनके उत्कृष्ट कार्य के लिए सम्मानित किया गया। यह पहल शिक्षा के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम है। इससे ग्राम प्रधान और शिक्षक मिलकर विद्यालयों में सुधार लाने के लिए काम कर सकेंगे। इससे बच्चों को बेहतर शिक्षा मिल सकेगी और क्षेत्र का समग्र विकास होगा।