6 रंगों के ई-पास का राज़: जानें कैसे कुंभ में VIP से आम भक्त तक सबके लिए बदलेगा अनुभव!

कुंभ मेले में श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा के लिए छह रंगों के ई-पास की व्यवस्था

कुंभ मेले में आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा, सुरक्षा, और आयोजन के बेहतर प्रबंधन को ध्यान में रखते हुए, उत्तर प्रदेश सरकार ने छह अलग-अलग रंगों के ई-पास जारी करने का निर्णय लिया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर, मेले के सभी पहलुओं को सुव्यवस्थित करने और किसी भी असुविधा से बचने के लिए यह विशेष प्रणाली लागू की गई है।

श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधा की प्राथमिकता

कुंभ मेले में देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु और पर्यटक आते हैं। उनकी सुविधा और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए न केवल भौतिक व्यवस्थाओं को मजबूत किया गया है, बल्कि डिजिटल माध्यम से ई-पास प्रणाली को भी लागू किया गया है। मेले में आने वाले प्रत्येक व्यक्ति की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए यह ई-पास अनिवार्य होगा।

कैसे जारी किए जा रहे हैं ई-पास

ई-पास को विभिन्न श्रेणियों में बांटा गया है, ताकि अलग-अलग वर्गों के लोगों की पहुंच और सुविधा में कोई रुकावट न हो। रंगों के आधार पर यह पास निम्नलिखित श्रेणियों में वितरित किए जा रहे हैं:

  1. सफेद रंग:
    • उच्च न्यायालय के अधिकारी।
    • वीआईपी अतिथि।
    • विदेशी राजदूत और नागरिक।
    • अप्रवासी भारतीय।
    • केंद्र और राज्य सरकार के विभाग।
  2. केसरिया रंग:
    • अखाड़े।
    • धार्मिक और सामाजिक संस्थान।
  3. पीला रंग:
    • कार्यदायी संस्थाएं।
    • वेंडर (फेरीवाले)।
    • फूड कोर्ट और मिल्क बूथ संचालक।
  4. आसमानी रंग:
    • मीडिया कर्मी।
  5. नीला रंग:
    • पुलिस बल।
  6. लाल रंग:
    • आपातकालीन सेवाओं से जुड़े व्यक्ति।
    • आवश्यक सेवाएं जैसे स्वास्थ्य सेवाएं।

वाहनों की पार्किंग और यातायात प्रबंधन

कुंभ मेले के आयोजन में वाहन पार्किंग और यातायात प्रबंधन एक बड़ा मुद्दा होता है। इसे सुचारु रूप से संचालित करने के लिए सभी सेक्टरों में वाहन पार्किंग की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है।

  • मेले के आसपास प्रत्येक वाहन के लिए ई-पास अनिवार्य किया गया है।
  • वाहनों को पार्किंग स्थल तक पहुंचाने और वहां से श्रद्धालुओं को सुरक्षित लाने-ले जाने की सुविधा उपलब्ध कराई गई है।
  • प्रत्येक विभाग को ई-पास जारी करने के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त किए गए हैं।
  • श्रेणियों के आधार पर वाहनों के लिए कोटा निर्धारित किया गया है।

ई-पास प्रणाली के लिए यूपीडेस्को की भूमिका

ई-पास जारी करने की पूरी प्रक्रिया उत्तर प्रदेश की नोडल आईटी संस्था, यूपीडेस्को, के माध्यम से संचालित की जा रही है।

  • यूपीडेस्को ने ई-पास के प्रबंधन के लिए विशेष डिजिटल प्लेटफॉर्म तैयार किया है।
  • नोडल अधिकारी और मेला पुलिस पास के आवेदनों का सत्यापन करेंगे।
  • वाहन पास जारी करने की प्रक्रिया को पूरी तरह ऑनलाइन रखा गया है, ताकि यह प्रक्रिया पारदर्शी और तेज हो।

ई-पास के लिए आवेदन प्रक्रिया

ई-पास के लिए आवेदन करने वाले को निम्नलिखित दस्तावेज जमा करने होंगे:

  1. व्यक्तिगत जानकारी (नाम, संपर्क विवरण)।
  2. पासपोर्ट साइज रंगीन फोटो।
  3. पहचान पत्र (आधार कार्ड या पैन कार्ड)।
  4. वाहन का पंजीकरण प्रमाणपत्र।
  5. ड्राइविंग लाइसेंस की स्वहस्ताक्षरित प्रति।

ई-पास कैसे मिलेगा

  • आवेदन प्रक्रिया पूरी करने के बाद, ई-पास यूपीडेस्को के अनुबंधित प्रतिनिधि द्वारा प्रिंट किया जाएगा।
  • पास को संबंधित विभाग के नोडल अधिकारियों द्वारा अनुमोदित किया जाएगा।
  • यह पास मेला पुलिस कार्यालय से वितरित किया जाएगा।

नदी की स्वच्छता के लिए विशेष परियोजना

कुंभ मेले के दौरान नदियों की स्वच्छता सुनिश्चित करने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक विशेष परियोजना शुरू की है। इस परियोजना के तहत नदियों को प्राकृतिक विधि से साफ करने का प्रावधान किया गया है।

मुख्यमंत्री के निर्देश और अधिकारियों की तैयारी

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्पष्ट रूप से निर्देश दिया है कि कुंभ मेले में आने वाले हर श्रद्धालु को सुरक्षा और सुविधा प्रदान करना प्राथमिकता होगी। इसके लिए विभागीय अधिकारियों और नोडल कर्मियों को सभी व्यवस्थाओं पर सतर्कता से नजर रखने के आदेश दिए गए हैं।

यह प्रणाली कुंभ मेले को सुव्यवस्थित और श्रद्धालुओं के लिए यादगार बनाने में मदद करेगी। ई-पास प्रणाली से न केवल व्यवस्था में सुधार होगा, बल्कि आधुनिक तकनीक के माध्यम से मेले का प्रबंधन भी आसान हो जाएगा।

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