
न्यूजलाइन नेटवर्क – जिला संवाददाता – राकेश तिवारी
सिंगरौली/ मध्य प्रदेश। शहर से लेकर ग्रामीण अंचलों में कई जगह गौशाला बनाया गया है। जिसकी लागत अब तक लाखों रूपये आ चुकी होगी। लेकिन इस कड़ाके की ठण्ड में मवेशी गाय, बैल व बछड़ा थर-थर कांप रहे हैं। गौरतलब है कि जिले के सड़को के पर लगातार मवेशी गाय, बैल व बछड़ा घूमते रहते हैं। इन्ही मवेशियों के चलते सड़क हादसे भी हो रहे हैं और कई लोग जख्मी भी हो चुके हैं और पिछले दिनों एक युवक की गाय से टकराने पर मौत भी हो चुकी है। इसके बावजूद प्रशासन के द्वारा सड़क पर घुमने वाले मवेशियों के लिए कोई खास इंतजामात नही किया है। हालांकि प्रशासन दम भरते हुये अपनी स्वयं की पीठ थप-थपाते हुये बात रहा है कि गौशालाओं में मवेशियों के लिए पर्याप्त संख्या एवं व्यवस्थाएं हैं। अब सड़को पर घूमने वाले मवेशियों की संख्या नगण्य रह गई है। जबकि हकीकत कु छ और है।
बैढ़न में ही दिन-रात बराबर मवेशी सड़को पर झुण्ड के रूप में धमाचौकड़ी मचाएं रहते हैं। यहां तक कि बैढ़न इलाके में आये दिन मवेशी सड़क हादसे के शिकार भी हो रहे हैं। इसके बावजूद प्रशासन इन मवेशियों पर रहम नही दिखा रहा है। यहां बताते चले कि इन दिनों कड़ाके की ठण्ड पड़ रही है और मवेशी भी ठण्ड से थर-थर कांपते रहते हैं। इस तरह का नजारा बैढ़न के गनियारी, बलियरी, बिलौंजी, देवरा मार्ग, एनसीएल ग्राउंड मार्ग सहित अन्य स्थानों में व्यापक पैमाने पर देखा जा सकता है। आरोप तो यहां तक लग रहे हैं कि कई गौशालाओं में फर्जी आंकड़े दिये जा रहे हैं। जबकि गौशालाओं की यदि औचक रूप से निष्पक्ष तरीके से टीम के साथ जांच करा दी जाये तो चौकाने वाले तथ्य सामने आ सकते हैं। लेकिन प्रशसन ऐसी गलती नही करेगा। चूकि कथित गौशालाओं के आड़ में खेला हो रहा है।