
“उनसे ही रंग खरीदकर, उन बच्चों को ही रंग देना,
देख रहे रस्ता तुम्हारा जो, खड़े होकर बाजार में”
न्यूजलाइन नेटवर्क , रायपुर ब्यूरो
रायपुर : ‘होली के रंग– कवियों के संग’ शीर्षक से आज वक्ता मंच की राजधानी के पेंशनर्स समाज भवन में हुई काव्य गोष्ठी में कविताओं के साथ नाच- गाने व फूलों की होली खेलकर कवियों ने धूम मचा दी l गोष्ठी का प्रभावी संचालन वक्ता मंच के संयोजक शुभम साहू द्वारा किया गया l मुख्य प्रस्तुतियां इस प्रकार रही:-
प्रतीक कश्यप:
उनसे ही रंग खरीदकर, उन बच्चों को ही रंग देना,
देख रहे रस्ता तुम्हारा जो, खड़े होकर बाजार में l
आकांशा तिवारी:-
बासंती बयार है, प्रकृति ने किया श्रृंगार है l
तन मन भी आल्हादित है, रंगों से सरोबार संसार है l
चंद्रा वैष्णव:-
मन बावरा कान्हा बन जाता
दिल की धड़कन होती राधा
अबीर गुलाल के रंगों में रंगता
मन और तन आधा आधा
राजेंद्र रायपुरी:-
राधा के संग नाचे रे
नाचे नाचे संवरिया
ग्वाल बजाये ढोल ढमाके
और श्याम मुरलिया l
घासी राम रात्रे:-
होली आगे होली आगे
जम्मो रंग म पोतागे
लैइका सियान होरी गावयै
अगरी ल बता के
खेमराज साहू:-
उड़ही गुलाल अउ होही होरी मतंग
ज्यादा झन मातहू ए युवा पीके भंग
खेलव होरी खुशी वाले परिवार संग
झन लगाहू कोनो ल बिपत वाले रंग |

वक्ता मंच के अध्यक्ष राजेश पराते द्वारा जानकारी दी गई है कि आज की काव्य गोष्ठी की मुख्य अतिथि वरिष्ठ कवयित्री शुभा शुक्ला ” निशा ” थी l अध्यक्षता चेतन भारती द्वारा की गई l गोष्ठी में राजाराम रसिक, सी एल दुबे, मन्नूलाल यदु, परम कुमार, घासीराम रात्रे, चेतन भारती, कुमार जगदलवी, ओमकार दास, नरेश सिंह निराला, यशवंत यदु’ यश’, कैलाश अग्रवाल, चंद्रा वैष्णव, लक्ष्मण वैष्णव, राजेंद्र रायपुरी, दीपेश वरे, शुभा शुक्ला ‘ निशा’, बलजीत कौर, आकांशा तिवारी, रुनाली चक्रवर्ती, विनय बोपचे, खेमराज साहू, सुरेश कुमार शर्मा, दुष्यंत साहू, अशोक भट्टड, अनिल राम भारत, अरव शुक्ला, प्रतीक कश्यप, विवेक भट्ट, अनिल श्रीवास्तव ‘ज़ाहिद’, भास्कर बंजारे, राहुल साहू, प्रीतिरानी तिवारी सहित 33 कवियों ने काव्य पाठ किया l