जनपद स्तर पर क्षमता संवर्धन एवं राहत बचाव कार्यों में तीव्रता के साथ राहत वितरण प्रणाली का किया गया शुभारंभ।

न्यूजलाइन नेटवर्क – ब्यूरो रिपोर्ट

सोनभद्र/ उत्तर प्रदेश। अपर जिलाधिकारी (वि0/रा0) एवं अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी जिला आपदा प्रबंध प्राधिकरण सहदेव कुमार मिश्र ने अवगत कराया है कि उत्तर प्रदेश सरकार ने विगत 8 वर्षों में सेवा, सुरक्षा व सुशासन की दिशा में अभूतपूर्व उपलब्धियां अर्जित की हैं। प्रदेश सरकार ने 11 आपदाओं को राज्य आपदा के रूप में अधिसूचित कर रखा है। प्रदेश सरकार की मंसा है कि अधिक से अधिक पीड़ित व्यक्तियों को राहत सहायता से आच्छादित किया जा सके, इसके लिए गत 05 वर्षों में राज्य सरकार द्वारा कई दुर्घटनाओं को राज्य आपदा के रूप में अधिसूचित किया है जैसे नाव दुर्घटना, सर्पदंश, सीवर सफाई व गैस रिसाव, बोरवेल में गिरना, मानव वन्य जीव द्वंद, डूबना तथा सांड एवं वनरोज, नीलगाय से आघात से मृत्यु होना आदि। उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश सरकार की मंसा के अनुरूप आपदा प्रबंधन क्षेत्र में भी जनपद स्तर पर क्षमता संवर्धन एवं राहत बचाव कार्यों में तीव्रता के साथ कार्य किया जा रहा है राहत वितरण प्रणाली को समय बद्ध व पारदर्शी बनाने के लिए ’म्दक जव मदक ब्वउचनजमतप्रंजपवदेलेजमउ का शुभारंभ किया गया, जिससे राहत वितरण की संपूर्ण प्रक्रिया पेपर ली हो गई है। उक्त योजना के माध्यम से इस वर्ष भारत सरकार एवं राज्य सरकार द्वारा अधिसूचित कल 22 आपदाओं जैसे अग्निकांड, आकाशीय विद्युत, डूबकर मृत्यु होना, सर्पदंश, सांड एवं वन रोज, बेमौसम भारी वर्षा, आंधी-तूफान आदि से जनपद सोनभद्र में  विभिन्न घटनाएं जनहानि, पशु हानि व मकान क्षति के संदर्भ में शासन द्वारा प्राप्त धनराशि का समय समय पर भुगतान किया गया है। जनपद में आकाशीय विद्युत एवं सर्पदंश व डूबनें की घटनाएं प्रायः अत्यधिक घटती हैं, जिसके कारण उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा जनपद में विभिन्न योजनाओं के माध्यम से बचाव एवं राहत सहायता दिए जाने एवं क्षमता संवर्धन विषयों पर विशेष रूप से जनपद में अभियान आयोजित कर कार्यक्रमों को किया जाता है। जनपद द्वारा शासन के  प्राप्त निर्देशों के क्रम में जनपद की विगत 8 वर्षों में समयानुसार राहत वितरण का कार्य, प्रत्येक वर्ष कंबल वितरण का कार्य, अलाव व रैन-बसेरा के में ठहरने व उचित प्रबंधन करना  व जनपद के विभिन्न ग्राम पंचायत में विभागों व आपदा प्रबंधन विभाग के साथ समन्वय स्थापित कर राहत चैपाल आयोजित कर विभिन्न आपदाओं का व्यापक प्रचार-प्रसार करना, जनपद में हो रही वर्षा व तापमान पर सतत निगरानी बनाए जाने हेतु जनपद में 26 स्थानों पर ऑटोमेटिक रेन गेज व ऑटोमेटिक वेदर स्टेशन अर्थात वर्षा एवं तापमान की जानकारी हेतु उपकरणों की स्थापना की गई है साथ ही जनपद में अधिकतम सर्पदंश की घटनाओं के  दृष्टिगत सर्पदंश न्यूनीकरण परियोजना को संचालित कर व्यापक रूप से संबंधित विभागों के माध्यम से आम-जनमानस को जागरुक कर उन्हें झाड़-फूक बाबा से बचाते हुए अस्पताल की ओर ले जाने के प्रति जागरूक किया गया साथ ही जनपद के 621 ग्राम पंचायत व विद्यालय स्तर पर जनपद की प्रमुख आपदाओं में विनाइल बोर्डध्पोस्टर लगा करके लोगों को जागरूक करने का कार्य करते हुए समस्त विभागों के साथ समन्वय स्थापित कर समय-समय पर मौसम के अनुसार विभिन्न आपदाओं के प्रति क्या करें क्या ना करें हेतु जन जागरूकता एवं प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन करना तथा जनपद सोनभद्र के तहसील दूधी के ब्लॉक दुद्धी में 32 स्थानों पर वज्रपात सुरक्षा अलार्म योजना का निर्माण करना एवं औद्योगिक इकाइयों के साथ समय-समय पर अग्निकांड एवं विभिन्न आपदाओं पर पूर्वा-अभ्यास व मॉक डिल कार्यक्रम का आयोजन करना तथा जनपद में संचालित आपदा मित्र परियोजना के माध्यम से क्रियाशील आपदा मित्रों द्वारा विभिन्न आपदाओं पर समय-समय पर जनपद के विद्यालयों एवं ग्राम पंचायत स्तर पर ग्रामीण एवं विद्यालय के शिक्षक व विद्यार्थियों के साथ जागरूकता प्रशिक्षण कार्यक्रम व खुला बैठक कर लोगों को जागरूक करने का कार्य निरंतर रूप से जनपद के आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा कार्यों को किया जाता है।

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