
न्यूजलाइन नेटवर्क – ब्यूरो रिपोर्ट – अरविन्द प्रकाश मालवीय
सिंगरौली/ मध्य प्रदेश। हम केवल विधायक को ही जनप्रतिनिधि मानते हैं। जनपद सदस्य यहां का कौन है, मैं उन्हें कत्तई जनप्रतिनिधि नही मानता हूॅ। उक्त कथन नौढ़िया में स्थापित महावीर कोल वाशरी के कर्ताधर्ता मिलाल ने तहसीलदार दुधमनिया एवं गोरबी पुलिस के मौजूदगी में ग्रामीणों के द्वारा घेराव के दौरान कही। उन्होंने जनपद सदस्य राजेश कुमार सिंह राजू को खरी खोटी सुनाने लगे। इस बीच दोनों में जमकर तूतू-मैंमैं हुआ। गौरतलब है कि महावीर कोल वाशरी भूमियों का विस्तार कर रहा है। उद्योग विभाग के द्वारा भूमि का आवंटन किया गया है। वही उक्त परियोजना के द्वारा बाउंड्रीवॉल भी बनाया जा रहा है। जिसको लेकर स्थानीय ग्रामीणों एवं जनपद सदस्य राजेश कुमार सिंह राजू ने आपत्ति जताते हुये महावीर कोल वाशरी के सामने सैकड़ों ग्रामीणों के साथ एकत्रित होकर विरोध करने लगे।हालांकि यह पूर्व से कार्यक्रम सुनियोजित था। इसकी जानकारी मिलते ही दुधमनिया तहसीलदार दीपेन्द्र सिंह तिवारी, गोरबी चौकी प्रभारी रूद्र प्रताप सिंह सहित भारी संख्या में पुलिस बल कार्यक्रम स्थल पर पहुंच दोनों पक्षों की बात सुनने लगे। इस दौरान महावीर कोल वाशरी से जनपद सदस्य ने आठ बिन्दुओं की जानकारी मांगी गई थी। किंतु मौके पर उक्त कोल वाशरी के कर्ताधर्ता आधी अधूरी जानकारी दी जाने लगी। इसी बात को लेकर जनपद सदस्य एवं ग्रामीणजन भड़क गये। उक्त वाशरी के नौढ़िया के कर्ताधर्ता ने तूतू-मैंमैं के बीच कहा कि मैं केवल प्रतिनिधि विधायक को ही मानता हूॅ। यहां के जनपद सदस्य कौन हैं, क्या होते हैं, उन्हें जनप्रतिनिधि नही कह सकता हॅू। रही बात सीएसआर मद से कार्य कराने की तो कलेक्टर का जो निर्देश होगा, उसी के तहत कार्य होगा। मैं जनपद सदस्य व सरपंच के कहने से कोई कार्य नही करूंगा। मिलाल के उक्त बातों को सून वहां पर मौजूद जनपद सदस्य राजू सिंह एवं अन्य ग्रामीण भड़क गये। अंतत: मामला जब गरमाने लगा और जब बात आगे बढ़ी तो, वहां मौजूद तहसीलदार एवं पुलिस अमले ने हस्तक्षेप पर मामले को किसी तरह शांत कराया और अधिकारियों ने माना कि उक्त कोल वाशरी के मिलाल के बड़बोलापन के चलते विवाद की स्थिति निर्मित हो रही थी। फिलहाल महावीर कोल वाशरी कंपनी पर मनमानी एवं हैकड़ी दिखाकर कार्य करने जबरन बाउंड्री का निर्माण कराने, जमीन पर कब्जा करने व प्रदूषण फैलाने तथा स्थानीय लोगों को रोजगार न देेने का आरोप लगाते हुये जनपद सदस्य ने कहा है कि कल दिन गुरूवार को उक्त मामले की शिकायत कलेक्टर से की जाएगी। प्रशासन जनप्रतिनिधि मानता है, लेकिन कंपनी नही —- राजेश जनपद सदस्य जनपद पंचायत क्षेत्र चितरंगी के जनपद सदस्य एवं पूर्व जिला पंचायत सभापति राजेश कुमार सिंह राजू ने अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुये कहा है कि उक्त कंपनी के मिलाल ने त्रिस्तरीय पंचायत के जनप्रतिनिधियों का घोर अपमान किया है। जिला पंचायत के सीईओ त्रिस्तरीय पंचायत के जिपं जनपद सदस्य व सरपंचों को जनप्रतिनिधि मानते हैं। लेकिन महावीर कोल वाशरी कंपनी नही मानती है। उन्होंने आरोप लगाया है कि कंपनी को भाजपा के एक बड़े मंत्री का संरक्षण हैं। वही कांग्रेस के एक पूर्व विधायक का भी साझेदारी होने की चर्चाएं हैं। वह पूर्व विधायक दूसरे संभाग का है।
महावीर कोल वाशरी पर प्रदूषण फैलाने का गंभीर आरोप:- जनपद सदस्य ने कलेक्टर के यहां महान कोल वाशरी के मामले में आठ बिन्दुओं की शिकायत की है। आरोप है कि महदेइया रेलवे साइडिंग ग्राम पंचायत नौढ़िया के क्षेत्र में आने के वजह से प्रदूषण से यहां के रहवासी सबसे ज्यादा प्रभावित हैं। क्षेत्र में कोयले उड़ती धूल के वजह से यहां की विजिविल्टी शून्य हो जाती है। आलम यह है कि धूल के वजह से पॉच से दस मीटर की दूरी पर कुछ भी दिखाई नही देता। यह भी आरोप है कि रात के अंधेरे में छाईयों का भण्डारण किया और कोयले का मिक्सिंग किया जा रहा है। इसके अलावा स्थानीय लोगों को रोजगार नही दिया जा रहा है।