समर्थकों संग कोयला खदान खड़िया में घुसी महापौर, हुई कहासुनी, म.प्र. छोड़ उ.प्र. में बनाया दबाव।

शक्तिनगर के कई नेताओं को लगी मिर्ची, कहा कि हम एमपी में दखल नही देते तो यूपी में क्यों आई महापौर।

न्यूजलाइन नेटवर्क – ब्यूरो रिपोर्ट – अरविन्द प्रकाश मालवीय

सिंगरौली/ मध्य प्रदेश। जिले के सीमावर्ती यूपी प्रांत सोनभद्र के शक्तिनगर में स्थित एनसीएल परियोजना खड़िया के कोयला खदान में सिंगरौली मेयर रानी अग्रवाल अपने समर्थकों के साथ अचानक घुस गई। जहां मामला काफी गरमा गया और मामला इतना तूल पकड़ा किया कोल प्रबंधन के अधिकारी सफाई देते नजर आये। वही सोनभद्र के सफे दपोश धारियों में मिर्ची लग गई। इस दौरान मेयर को उल्टे पॉव लौटना पड़ा।
दरअसल जानकारी के अनुसार अभी तक एनसीएल परियोजना खड़िया की आउटसोर्सिंग कंपनी में संविदा कर्मियों की नियुक्ति के लिए यूपी के नेता दबाव बना रहे थे, लेकिन बृहस्पतिवार दोपहर बाद सिंगरौली की महापौर रानी अग्रवाल समर्थकों संग प्रतिबंधित क्षेत्र में घुस गई। इस दौरान उन्होंने कंपनी के कैम्प पर मौजूद अधिकारियों पर नौकरी के लिए दबाव बनाया। कंपनी के नुमाइंदों ने समझाने की कोशिश किया कि यूपी में स्थित खदान में प्रदेश के ही स्थानीय लोगों को रोजगार में प्राथमिकता दी गई है और भर्ती प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। आप से महापौर इसपर तिलमिला गई और मौजूद लोगों पर जमकर भड़ास निकाला। इस घटना की जानकारी सोनभद्र शक्तिनगर के स्थानीय नेताओं को हुई तो उनको भी मिर्ची लग गई। नेताओं का कहना था कि म.प्र. में एनसीएल की छ: कोयला प्रोजेक्ट हैं व यूपी में महज चार इसके बावजूद यहां नौकरी के लिए दबाव बनाना बिल्कुल उचित नहीं है।
सुरक्षा कर्मियों ने बताया कि महापौर मुख्य बैरियर की जगह किसी और रास्ते से खदान के अंदर पहुंची। जांच की जा रही है। महापौर के अचानक खदान में पहुंचने के बाद शक्तिनगर में तरह-तरह की चर्चाएं की जाने लगी हैं। फिलहाल यह मामला शक्तिनगर में काफी जोर पकड़ लिया है। साथ ही खदान में किस रास्ते से प्रवेश की इसपर भी परियोजना के द्वारा जांच किये जाने की बात की जाने लगी।

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