कई पंचायतों के कार्यो में व्यापक गड़बड़झाला, जनपद पंचायत क्षेत्र बैढ़न का मामला

जिम्मेदार अधिकारियों की है मिलीभगत, ग्रामीणों का आरोप।

न्यूजलाइन नेटवर्क ब्यूरो रिपोर्ट – अरविन्द प्रकाश मालवीय

सिंगरौली/ मध्य प्रदेश। जिले भर में ग्राम पंचायतो में निर्माण कार्यों के नाम पर जमकर अनियमितता की जा रही है। आम जनता कलेक्टर व जिला पंचायत सीईओ से शिकायत तो कर रहे है लेकिन जांच के नाम पर कोरमपूर्ति का खेल चल रहा है। ऐसा ही मामला जनपद पंचायत बैढ़न के ग्राम पंचायत बड़गड़ में देखने को मिला है। जहां जेसीबी मशीन से चेक डैम का निर्माण एवं पुलिया सड़क निर्माण कार्य किया जा रहा है। यहां तक की मजदूरों का फर्जी मस्टर रोल तैयार कर शासन की राशि में सेंधमारी की गई है। जिसकी शिकायत कलेक्टर से की गई है।

गौरतलब हैं कि जिले भर में पंचायत में निर्माण कार्य हुए हैं और हो भी रहे हैं। कभी विधायक मद, तो कभी सांसद व राज्य सरकार मद या फिर डीएमएफ फंड से निर्माण कार्य हो रहे हैं, कोई ऐसी जिले की पंचायत नहीं है, जहां निर्माण कार्य के लिए बजट न दिया गया हो। लेकिन अधिकांश पंचायतों में महज कोरमपूर्ति की गई है या फिर कागजों में ही निर्माण कार्य दफन हो गए हैं। चितरंगी जनपद पंचायत के कई ऐसे पूर्वी क्षेत्र के गांव हैं, जहां जनप्रतिनिधियों के इशारों पर भ्रष्टाचार का खेल खेला गया है। इस पूरे खेल में जनपद चितरंगी के जिम्मेदार अधिकारियों ने भी सहभागिता निभाई है। अगर सही तरीके से जांच हो जाए तो कई ऐसे मामले खुलकर सामने आएंगे जो चौका देंगे। कुछ ऐसा ही खेल जनपद बैढ़न के ग्राम पंचायत बड़गड़ में देखने को मिल रहा है। जहां विभिन्न मदों से सड़क पुलिया एवं चेक डैम का निर्माण कार्य कराया जा रहा है, जिसमें शासकीय मानकों को दरकिनार कर कार्य कराया जा रहा है। कलेक्टर को दिए आवेदन में बताया गया है कि सड़क में बिना डब्ल्यूबीएम एवं डीएलसी किए 06 इंच की कंक्रीट किया गया है। जबकि पुलिया में सरिया डालना अनिवार्यता बताया जाता है, लेकिन निर्माण एजेंसी द्वारा किसी मानक को नहीं अपनाया गया है। इसके अलावा ग्राम पंचायत में जेसीबी मशीन से रात में लघु तालाब का निर्माण कार्य किया गया है एवं फर्जी तरीके से ग्रामीण एवं अन्य मजदूरों का नाम मस्टर रोल तैयार कर शासन के पैसे की जमकर बंदरबांट की गई है। फिलहाल बड़गड़ समेत अन्य ग्राम पंचायत में शासकीय राशि के दुरूपयोग एवं राशि की बंदरबांट को लेकर जनपद एवं जिला पंचायत का अमला भी सवालों के कटघर्रे में घिरता जा रहा है।

आरोप लग रहे हैं कि अधिकारियों के संरक्षण में भ्रष्टाचार व्यापक पैमाने पर किया जा रहा है। शिकायत के आड़ में उगाही बगाही का आरोप:- सूत्रों की बातों पर गौर करें तो जिले की ग्राम पंचायतों में निर्माण कार्यों के नाम पर जमकर सरकारी राशि का दुरुपयोग किया जा रहा है। अगर आम नागरिक जिला पंचायत के जिम्मेदार अधिकारियों से शिकायत करती है और संबंधित विभाग को जिम्मेदार अधिकारी शिकायत पर जांच करने की बात कहते हैं तो संबंधित विभाग के कनिष्ठ अधिकारियों के द्वारा अनियमितता करने वाले लोगों को फोन कर कहा जाता है कि उक्त व्यक्ति ने शिकायत किया है, आकर मिल लो, नहीं तो जांच के लिए लिखा गया है और अगर जांच हो गई तो, निपट जाओगे। ऐसे में भला कैसे जांच होगी और भ्रष्टाचार पर लगाम कैसे कसा जाएगा।

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