न्यूज़लाइन नेटवर्क, रायपुर ब्यूरो
रायपुर : प्रदेश के नए स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण तथा चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने कल विभागीय कामकाज शुरू करने के पहले ही दिन रायपुर के पंडित जवाहर लाल नेहरू चिकित्सा महाविद्यालय से संबद्ध डॉ. भीमराव अंबेडकर स्मृति चिकित्सालय का दौरा किया। उन्होंने एडंवास्ड कॉर्डिएक इंस्टीट्यूट (एसीआई), क्षेत्रीय कैंसर संस्थान और नेत्र रोग विभाग का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। जायसवाल ने एसीआई में आईसीयू का निरीक्षण कर वहां भर्ती मरीजों के स्वास्थ्य की जानकारी ली। उन्होंने क्षेत्रीय कैंसर संस्थान में इलाजरत मरीजों के परिजनों से चर्चा कर उपचार और व्यवस्थाओं के बारे में फीडबैक लिया। उन्होंने यहां लीनियर एक्सीलरेटर और न्यूक्लियर मेडिसीन विभाग का अवलोकन किया। स्वास्थ्य मंत्री ने नेत्र रोग विभाग में अपने आंखों की जांच भी करवाई।चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने अस्पताल के निरीक्षण के बाद वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक ली। उन्होंने बैठक में कहा कि अगले एक साल में अस्पताल की सभी कमियों-खामियों को दूर कर प्रदेशवासियों को बेहतर इलाज उपलब्ध कराना है। विशेषज्ञों, डॉक्टरों और अन्य स्टॉफ की कमी दूर करने के साथ ही नए मेडिकल उपकरणों व मशीनों तथा दवाईयों की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित करना है। चिकित्सा शिक्षा मंत्री ने अस्पताल और मेडिकल कॉलेज के वरिष्ठ अधिकारियों को इलाज और जांच की व्यवस्था में कसावट लाने के निर्देश दिए। उन्होंने यहां इलाज के लिए आने वाले मरीजों को सभी तरह की जांच की सुविधा उपलब्ध कराने और जांच रिपोर्ट समय पर उपलब्ध कराने के भी निर्देश दिए।जायसवाल ने बैठक में कहा कि छत्तीसगढ़ मेडिकल सर्विसेस कॉर्पोरेशन (सीजीएमएससी) द्वारा अस्पतालों के लिए मेडिकल उपकरणों की खरीदी और आपूर्ति में तेजी लाने के लिए वर्तमान व्यवस्था में जरूरी बदलाव किए जाएंगे, ताकि अस्पतालों को जरूरी मेडिकल उपकरण समय पर मिल सके। उन्होंने अत्यावश्यक दवाईयों और रिएजेंट्स की खरीदी के लिए मेडिकल कॉलेजों के डीन और संबद्ध अस्पतालों के अधीक्षकों को वित्तीय शक्तियां प्रदान करने की भी बात कही। स्वास्थ्य मंत्री ने दूरस्थ क्षेत्रों से आने वाले मरीजों के परिजनों के रूकने के लिए आश्रय-गृह की व्यवस्था के लिए शीघ्र पहल करने की भी बात कही।चिकित्सा शिक्षा मंत्री जायसवाल को नेत्र रोग विभाग के निरीक्षण के दौरान विभागाध्यक्ष डॉ. निधि पाण्डेय ने बताया कि भारत सरकार द्वारा विभाग को क्षेत्रीय नेत्र संस्थान का दर्जा दिया गया है। उन्होंने इसके लिए पदों का नया सेट-अप स्वीकृत करने का आग्रह किया। डॉ. पाण्डेय ने विभाग को रेटिना सर्जरी के लिए आवश्यक उपकरण (रेटिना विक्ट्रेक्टॉमी मशीन) जल्द स्थापित कराने का अनुरोध किया जिससे कि राज्य के लोगों को यह सुविधा यथाशीघ्र मुहैया कराई जा सके। चिकित्सा शिक्षा मंत्री द्वारा अस्पताल के निरीक्षण के दौरान डीन डॉ. तृप्ति नागरिया, मेडिकल अधीक्षक डॉ. एस.बी.एस. नेताम, क्षेत्रीय कैंसर संस्थान के निदेशक डॉ. विवेक चौधरी, डॉ. प्रदीप चन्द्राकर और डॉ. संतोष सोनकर भी उनके साथ थे।