न्यूज़लाइन नेटवर्क,बाराबंकी। राष्ट्रीय ग्राम स्वराज अभियान के अंतर्गत पंचायती राज संस्थाओ एवं स्वय सहायता समूहों के अभिसरल हेतु ग्राम प्रधानों एवं स्वय सहायता समूह के सदस्यों के दो दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का शुभारम्भ बुधवार को खण्ड विकास अधिकारी डा0 संस्कृता मिश्रा ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया।प्रशिक्षण मे आये प्रशिक्षकों द्वारा ग्राम पंचायत विकास योजना सहित कई विन्दुओ की विस्तृत जानकारी दी।
पीआरआई एव एसएचजी कन्वजेंस प्रशिक्षण शिविर मे जनप्रतिनिधियों से रूबरू होते हुए खण्ड विकास अधिकारी डा0 संस्कृता मिश्रा ने कहा कि वित्त आयोग ने भारी अनुदान के हस्तारण हेतु स्थानीय स्वशासन को उनके विकास की योजना बनाने मे सक्षम है।ग्राम पंचायत विकास योजना एवं आवश्यकता आधारित व्यापक योजना है।जो कुशल एवं अनुकूलतम उपलब्ध संसाधनों का उपयोग करते हुए स्थानीय विकासत्मक मुद्दों के समाधान के लिए तैयार की गयी है।उन्होंने राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन अंतर्गत महिलाओ को स्वय सहायता समूहों को जी पी डी पी प्रक्रिया मे शामिल करने को एक सार्थक कदम बताया।
प्रशिक्षक आशा यादव व सुनील सिंह. ने कहा कि ग्राम पंचायत को पूर्ण सन्तृप्त करने के लिए मुख्यतः 9 थीमो पर जीपीडीपी बनाने की जानकारी देते हुए कहा कि गाँवों में गरीबी से मुक्ति एवं आजीविका में बढ़ोतरी स्वस्थ गाँव बच्चों के अनुकूल गाँव जल पर्याप्त गाँव स्वच्छ और हरा-भरा गाँव
गाँव में आत्मनिर्भर बुनियादी ढाँचा सामाजिक रूप से सुरक्षित गाँव सुशासन वाला गाँव , महिला हितैषी गाँव मुख्य विन्दु है। मास्टर ट्रेनर आशा यादव ने कहा कि इस प्रशिक्षण का उद्देश्य है कि ग्राम पंचायते आर्थिक रूप से सबल हो। जिसमे स्वय सहायता समूह की महिलाओ का सहयोग लिया जायेगा तथा उन्ही के सहयोग से जीपीडीपी को तैयार किया जायेगा ।
सहायक विकास अधिकारी पंचायत जानकीराम प्रशिक्षण शिविर मे मौजूद पंचायत प्रतिनिधियों को किट का वितरण किया।
इस मौक़े पर ब्लाक मिशन प्रबंधक जितेंद्र कुमार, विजय कुमार वर्मा,अनिल कुमार वर्मा,बलजीत कुमार, उमाकांत राव, धर्मेंद्र कुमार सिंह, सुनील कुमार, संदीप, विजय उर्फ़ पप्पू, मित्तल कुमार, नीरेंद्र कुमार, नीरज कुमार सहित कई ग्राम प्रधान व स्वय सहायता समूह की महिला सदस्य मौजूद रही।