“सिक्सेज़ पर बैन: इंग्लैंड के साउथविक और शोरहैम क्रिकेट क्लब ने लागू किया अजीबोगरीब नियम”
इंग्लैंड के साउथविक और शोरहैम क्रिकेट क्लब ने अपने मैदान पर छक्के मारने पर रोक लगा दी है, और इसके पीछे एक दिलचस्प कारण है। यह फैसला तब लिया गया जब आसपास रहने वाले निवासियों ने अपनी प्रॉपर्टी के नुकसान और मैच देखने आए लोगों के चोटिल होने की शिकायत की। इसके साथ ही, गाड़ियों के क्षतिग्रस्त होने की घटनाएँ भी बढ़ गईं।
इस समस्या से निपटने के लिए क्लब ने एक अनोखा नियम लागू किया है: यदि कोई खिलाड़ी पहला छक्का मारता है, तो उसे वॉर्निंग के तौर पर देखा जाएगा और उस टीम को कोई रन नहीं दिए जाएंगे। इसके बाद के छक्कों पर खिलाड़ियों को आउट करार दिया जाएगा। इस फैसले की जानकारी क्लब के कोषाध्यक्ष, मार्क ब्रोक्सअप ने दी है।
मार्क ब्रोक्सअप ने बताया कि इस नियम का उद्देश्य इंश्योरेंस क्लेम और कानूनी खर्चों से बचना है। उन्होंने कहा, “पहले क्रिकेट शांत वातावरण में खेला जाता था, लेकिन टी20 और सीमित ओवरों के क्रिकेट के आने के बाद खेल में अधिक आक्रामकता बढ़ गई है।” एक 80 वर्षीय निवासी ने कहा कि आजकल के खिलाड़ियों के छक्के मारने का जोश इतना बढ़ गया है कि स्टेडियम भी छोटा पड़ने लगा है।
खिलाड़ियों की प्रतिक्रिया:
निराशा: नए नियम को लेकर खिलाड़ियों में गुस्सा और निराशा है। एक बल्लेबाज ने कहा कि छक्के लगाना क्रिकेट की पहचान है, इसे बैन कैसे किया जा सकता है?
रोमांच की कमी: कुछ खिलाड़ियों का मानना है कि इस नियम से क्रिकेट के रोमांच को कम किया जा रहा है।
स्वास्थ्य और मुनाफा: एक खिलाड़ी ने यह भी कहा कि आजकल सब कुछ स्वास्थ्य और इंश्योरेंस कंपनियों के लाभ के लिए हो रहा है, जो स्पोर्ट्स क्लब्स से भारी मुनाफा कमा रही हैं।