सिंगरौली विधायक ने शुरू की कवायद, कलेक्टर, एसपी समेत अन्य अधिकारियों के साथ किया बैठक।
ब्यूरो रिपोर्ट सिंगरौली।
सिंगरौली/मध्य प्रदेश। बरगवां-परसौना-कचनी एवं रजमिलान-सरई मार्ग में आये दिन हो रही सड़क दुर्घनाओं को लेकर शासन-प्रशासन के लिए सिर दर्द बन गया है। वही सिंगरौली विधायक रामनिवास शाह ने इस गंभीर समस्या से निपटने के लिए आगे आकर कवायद भी शुरू कर दिया है। कलेक्टर-एसपी एवं अन्य अधिकारियों के साथ एक अहम बैठक कर इस समस्या से निपटने के लिए कई अहम बिन्दुओं पर विस्तार से चर्चा किया है।
गौरतलब है कि परसौना, बरगवां, गोंदवाली, गोरबी, मोरवा, परसौना, रजमिलान, सरई मार्ग में आये दिन हो रहे सड़क हादसे में अनायास लोगों ने जाने जा रही हैं और कई लोग जख्मी भी हो रहे हैं। पिछले एक सप्ताह के दौरान सड़क दुर्घटना में करीब पॉच युवको की जान चली गई और इतने ही लोग घायल हो गये। साथ ही युवको के अकाल मौत पर चक्काजाम जैसे हालात निर्मित होने से कानून व्यवस्था भी अस्त-व्यस्त हो जा रही हैं। जिसे प्रशासन के लिए एक बड़ा टेंशन बन गया है। सबसे ज्यादा मौते कोल एवं राखड़ वाहनों से हो रहा है। इधर लगातार हो रहे सड़क हादसे से सिंगरौली विधायक रामनिवास शाह द्वारा इसे गंभीर समस्या मानते हुये सड़क हादसे पर अंकुश पाने कवायद शुरू कर दिया गया है।
पिछले दिन कल विधायक ने कलेक्टर चन्द्रशेखर शुक्ला, एसपी मनीष खत्री, एसडीएम सहित अन्य अधिकारियों के साथ एक संयुक्त बैठक कर इस ज्वलंत समस्या से निपटने के लिए हल तलाशने की कोशिश की गई। सूत्रों के मुताबिक सबसे पहले गड़ेरिया से लेकर कचनी तक सड़क के आसपास अतिक्रमण को हटाने पर सहमति बनी। साथ ही आवश्यकतानुसार चिन्हित स्पॉट पर ब्रेकर बनाने के लिए नगरीय क्षेत्र में नगर निगम को बनाने का निर्देशित किया गया। साथ ही तेज गति से चलने वाले वाहनों पर भी निगरानी रखने के लिए निर्देश दिये गये।
सड़क के किनारे ही फुटपाथ पर लगती है दुकाने:- नौगई-परसौना-कचनी मोड़ पर सब्जी की दुकाने इस तरह लगा ली जाती हैं कि रोजाना जाम की स्थिति निर्मित हो जाती है। इस समस्या पर उक्त घटनाओं के पूर्व किसी का विशेष ध्यान नही गया। जबकि इसी मार्ग से आये दिन आलाधिकारियों-जनप्रतिनिधियों का आना-जाना लगा रहता है। फिर भी सड़क पर लगी दुकानों पर उनकी नजरें नही पड़ती या फिर पड़ती हैं तो इसे नजर अंदाज कर दे रहे हैं। अब जब लगातार आये दिन सड़क हादसे होने लगे तब प्रशासन को भी सड़क पर लगती दुकाने दिखाई देने लगे। उक्त घटनाओं में कई घरों के चिराग बूझ जाने, कई मॉ की गोदी खाली होने से संबंधित परिवार इस घटनाओं के कहर से टूट गया है। मुआवजा व सहायता राशि केवल एक जख्म पर मलहम लगाने जैसा है। देर सही लेकन नई सुबह होने की उम्मीद जगी है। फिलहाल सड़क चौड़ीकरण हो जाए तो हो रहे सड़क हादसों में कुछ हद तक काबू पाया जा सकता है। विधायक, सिंगरौली का कहना है कि:- यह बहुत गंभीर विषय है।सड़क हादसे में लोगों की जाने जा रही हैं। इसे रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाये जा रहे हैं। एक-एक घटना कष्टदायक है। इसके प्रति शासन-प्रशासन बेहद गंभीर हैं और हल निकालने के लिए प्रयास जारी है।
पुलिस अधीक्षक, सिंगरौली का कहना है कि:- अभी पिछले दिनों कलेक्टर की अध्यक्षता में कई विभागों के अधिकारियों और सड़क सुरक्षा समितियों के साथ बैठक की गई। सड़क हादसो को रोकने कैसे सुधार किया जाए। इस पर चर्चा की गई है। क्या परिवर्तन किया जाए जिससे हादसे कम हो।