महाकुंभ 2025 के लिए बना नया जिला: जानिए कैसे होगा आस्था और प्रशासन का संगम!

महाकुंभ नगर: प्रशासनिक कुशलता से आस्था का संगम

महाकुंभ 2025 की तैयारी को नई ऊंचाई देते हुए उत्तर प्रदेश सरकार ने महाकुंभ नगर नामक नया जिला गठित किया है। प्रयागराज और उसके आसपास के क्षेत्रों को शामिल करते हुए यह जिला न केवल प्रशासनिक कुशलता का उदाहरण है, बल्कि यह आस्था और संस्कृति के इस महापर्व को व्यवस्थित और भव्य रूप में संपन्न कराने का महत्वपूर्ण कदम भी है।

महाकुंभ नगर का प्रशासनिक ढांचा

महाकुंभ नगर जिले में चार तहसील—सदर, करछना, फूलपुर और सोरांव—स्थापित की गई हैं। साथ ही, जिले में 56 थाने और 133 पुलिस चौकियां बनाई गई हैं। इन सभी क्षेत्रों में 25 सेक्टरों का गठन किया गया है, और प्रत्येक सेक्टर में सेक्टर मजिस्ट्रेट तैनात कर दिए गए हैं।

नए जिले में प्रशासनिक व्यवस्था को सुचारु रूप से संचालित करने के लिए दो आईएएस, एक आईपीएस, और तीन एडीएम पहले से ही नियुक्त किए जा चुके हैं। इस जिले का कार्यकाल कुंभ मेले के समय तक रहेगा और इसे कुंभ के दौरान श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए स्थापित किया गया है।

कमेटी द्वारा तय की गई सीमाएं

महाकुंभ नगर जिले की सीमाओं और प्रशासनिक क्षेत्रों का निर्धारण अक्टूबर 2024 में एक विशेष उच्चाधिकार समिति द्वारा किया गया। इस समिति में महाकुंभ नगर के डीएम विजय किरन आनंद, प्रयागराज के डीएम रविंद्र कुमार मांदड़, महाकुंभ के एसएसपी राजेश द्विवेदी, एडीएम सिटी मदन कुमार, और अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल थे।

समिति ने जिले की सीमा, तहसीलों का क्षेत्रफल, और थानों की जिम्मेदारी तय की। सर्वेक्षण कार्य पूर्ण होने के बाद इसकी रिपोर्ट शासन को सौंपी गई, और इसके आधार पर महाकुंभ नगर जिले को अधिसूचित किया गया। अब यह जिला, प्रयागराज जिले की तर्ज पर कार्य करेगा। यहां मुकदमे दर्ज किए जाएंगे, और उनकी विवेचना की जाएगी।

प्रमुख गांव और क्षेत्र जोड़े गए

महाकुंभ नगर जिले में प्रयागराज की चार तहसीलों के 67 गांव और मोहल्लों को शामिल किया गया है। इनमें से कुछ प्रमुख क्षेत्रों की सूची इस प्रकार है:

  • सदर तहसील: कुरेशीपुर, बक्शी उपरहार, अलीपट्टी, पट्टी चिल्ला, चांदपुर सलोरी, गोविंदपुर उपरहार आदि।
  • सोरांव तहसील: बेला कछार, पड़िला, मनसैइता।
  • फूलपुर तहसील: रसूलपुर, सोनौटी, झूंसी कोहना, महमूदाबाद, छतनाग कछार आदि।
  • करछना तहसील: अरैल, देवरख, माधोपुर, मवैया, महेवा पट्टी आदि।

प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों की तैनाती

महाकुंभ नगर जिले में कुंभ मेले के दौरान भीड़ प्रबंधन और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए व्यापक व्यवस्था की गई है। यहां डीएम, एसएसपी, एडीएम, एसडीएम, डीएसपी और अन्य अधिकारियों की नियुक्ति हो चुकी है। इसके अतिरिक्त, कई अन्य पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों की नियुक्ति की प्रक्रिया चल रही है।

विभिन्न विभागों के कार्यालय और आवास

महाकुंभ नगर जिले में अधिकारी और कर्मचारियों के लिए कार्यालय और आवास का निर्माण तीव्र गति से चल रहा है। यहां आपूर्ति विभाग, विद्युत विभाग, स्वास्थ्य विभाग, पीडब्ल्यूडी, और जल निगम जैसे प्रमुख विभागों के कार्यालय स्थापित किए जा रहे हैं। इन विभागों के जिला और तहसील स्तरीय अधिकारियों की नियुक्ति भी की जा चुकी है।

महाकुंभ 2025: विशेष तैयारियां

महाकुंभ मेलाधिकारी विजय किरन आनंद ने बताया कि महाकुंभ नगर जिले का गठन कुंभ मेले की विशेष आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए किया गया है। यह जिला अस्थायी रूप से काम करेगा और मेले की अवधि के दौरान सभी प्रशासनिक और सुरक्षा जिम्मेदारियां संभालेगा। उन्होंने यह भी बताया कि अधिसूचित क्षेत्र में प्रशासनिक और पुलिस व्यवस्था अलग से काम करेगी।

महाकुंभ नगर की संभावित जनसंख्या

प्रयागराज जिले के मुकाबले महाकुंभ नगर जिले की जनसंख्या अधिक होने की संभावना है। मेले में शामिल होने वाले करोड़ों श्रद्धालुओं को देखते हुए यह आवश्यक है कि प्रशासनिक तंत्र पूरी तरह सक्षम और सुचारु हो।

महाकुंभ 2025 का महत्व

महाकुंभ 2025 न केवल भारत की सांस्कृतिक धरोहर का प्रतीक है, बल्कि यह प्रशासनिक कुशलता और प्रबंधन का भी अद्वितीय उदाहरण बनने जा रहा है। संगम की रेती पर इस भव्य आयोजन के लिए महाकुंभ नगर जिले का गठन उत्तर प्रदेश सरकार का दूरदर्शी कदम है।

महाकुंभ नगर की स्थापना से यह सुनिश्चित होगा कि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो और महाकुंभ 2025 का यह महापर्व भारतीय संस्कृति की गरिमा और गौरव को नई ऊंचाई प्रदान करे।

Leave a Reply

error: Content is protected !!