राममुरारी शुक्ला, न्यूज़लाइन नेटवर्क, फर्रुखाबाद : जनपद फर्रुखाबाद के कस्बा अमृतपुर की दुकानों पर धनतेरस फीकी दिखाई पड़ी।दुकानदारों में मायूसी छाई हुई है। जनपद फर्रुखाबाद के कस्बा अमृतपुर की बाजार में लगभग 25 से 30 गांव के लोग खरीदारी करने के लिए आते हैं।सभी ग्रामीण क्षेत्र है।यहां पर खरीदारी करने के लिए आने वाले अधिकांश किसान है।आलू की मंदी के चलते तथा भयंकर बाढ़ के कारण ग्रामीण कंगाल हो चुके हैं।कई दुकानदारों ने बताया है कि नाममात्र की बिक्री हो रही है।गंगा व रामगंगा के बीच में बसा यह क्षेत्र बाढ़ की मार झेल चुका है।विगत कुछ दिनों पूर्व बाढ़ ने इस क्षेत्र में जमकर हाहाकार मचाया था।इसमें गरीबों के आशियाने उजड़ गए तथा लोगों के खेत में खड़ी लहराती हुई फसल नष्ट हो गई थी।इसके कारण ग्रामीणों में मायूसी छाई हुई है।कई ग्रामीण धनतेरस पर कुछ भी खरीद कर नहीं ला सके।दुकानदार रामू राठौर ने बताया है कि पिछले वर्ष की अपेक्षा इस वर्ष हमारे यहां आधी बिक्री नहीं हुई है।पिछले वर्ष फिर भी बाजारों में कुछ रौनक दिखाई दे रही थी।इस वर्ष तो बाजारों में नाममात्र की भीड़ दिखाई दे रही है।बाजार सजे हुए हैं लेकिन खरीदारों का पता ठिकाना नहीं है।दुकानदार मायूस बैठे हुए हैं।जब मीडिया द्वारा दुकानदारों से पूछताछ की गयीं तो दुकानदारों ने बताया है कि हमारे क्षेत्र में बाढ़ आने से तथा किसानों के पास पैसा न होने के कारण बिक्री बिल्कुल कम है।दुकानदारों ने बताया है पिछले साल की अपेक्षा इस वर्ष बहुत कम बिक्री हुई है।एक तरफ यहां की जनता बाढ़ की मार झेल चुकी है। वहीं दूसरी तरफ आलू ने किसानों को बर्बाद कर दिया। दुकानदार रामू राठौर ने बताया है कि आलू की मंदी के चलते किसानों के पास पैसा न होने के कारण बाजारों में भीड़ नहीं दिखाई दे रही है।