
साइबोर्ग रोबोट सुबह 9 बजे से शाम 6 बजे तक काम करता था और उसका सिविल सेवा अधिकारी कार्ड भी उसके पास था.
साउथ कोरिया : दुनिया में हर साल लाखों लोग खुदकुशी कर अपनी जीवनलीला समाप्त कर लेते हैं। इसमें सबसे बड़ी संख्या 15 से 25 साल से किशोर और युवा लोगों की है। स्ट्रेस, डिप्रेशन और अन्य वजहों के चलते इंसानों की आत्महत्या के कई मामले आने सुने होंगे, लेकिन क्या आपने किसी रोबोट की ‘खुदकुशी’ का मामला सुना है। जी हां, दक्षिण कोरिया से ऐसा ही एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है, जहां कथित रूप से एक रोबोट ने सीढ़ियों से कूदकर खुदकुशी कर ली। रोबोट के ऐसा करने की घटना ने एक्सपर्ट्स को भी हैरान कर दिया है। अब इस मामले की जांच के लिए एक इंवेस्टिगेशन टीम का भी गठन किया गया है। दुनिया में तेजी से बढ़ती टेक्नोलॉजी का एक उदाहरण रोबोट है। जिसका इस्तेमाल अब घर, ऑफिस और अन्य जगहों पर अलग-अलग काम के लिए हो रहा है। हालांकि किसी रोबोट द्वारा ‘आत्महत्या’ करने का ये पहला मामला है.रोबोट की मौत की होगी जांच।

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार अब रोबोट्स पर भी काम का प्रेशर बढ़ता जा रहा है। इसकी वजह दक्षिण कोरिया में रोबोट द्वारा किए गए अप्रत्याशित काम को बताया जा रहा है। दरअसल, गुमी सिटी काउंसिल ने 26 जून को घोषणा की कि उसके एक ऑफिसियल रोबोट द्वारा साढ़े छह फुट की सीढ़ियों से नीचे छलांग लगाने के बाद ‘मृत’ पाया गया। नगर परिषद अनुमान लगा रही है कि क्या अब बंद हो चुके रोबोट की मौत वास्तव में एक आत्महत्या थी। क्योंकि फ्रांसीसी आउटलेट एजेंस फ्रांस के अनुसार, एक अधिकारी ने इस घटना से पहले रोबोट को ‘एक ही स्थान पर चक्कर लगाते हुए देखा जैसे कि वहां कुछ था’।रोबोट को अगस्त 2023 में सिटी काउंसिल ऑफिसर के तौर पर चुना गया था। वो लिफ्ट बुलाकर अपने आप मंजिलों के बीच आ-जा सकता था। सिटी काउंसिल ऑफिस बनने वाला पहला रोबोट।
सवाल यह है कि साइबोर्ग ने ऐसा क्यों किया? गुमी सिटी के अधिकारियों ने बताया कि कथित तौर पर रोबोट ‘उदास’ था। उसके मौत की जांच भी शुरू कर दी गई है। टुकड़े एकत्र कर लिए गए हैं और कंपनी द्वारा उनका विश्लेषण किया जाएगा। अमेरिका में रेस्तरां और होटल्स के लिए रोबोट तैयार करने वाली कंपनी रूट स्टार्टअप बियर रोबोटिक्स द्वारा तैयार किया गया ये स्पेशल रोबोट खास डिजाइन के साथ बनाया गया था। ये नगर परिषद अधिकारी के रूप में नियुक्त होने वाला अपनी तरह का पहला रोबोट था। एक अधिकारी के अनुसार, इससे रोजाना की फाइलें इधर-उधर भेजना, सिटी प्रमोशन और जानकारी वितरित करने में मदद मिला करती थी। किसी भी अन्य नियमित कर्मचारी की तरह, साइबोर्ग सुबह 9 बजे से शाम 6 बजे तक काम करता था और उसका सिविल सेवा अधिकारी कार्ड भी उसके पास था।