युवा छात्र-छात्राओं को प्रशिक्षित कर रोजगार के दिए जाएंगे अवसर

रोजगार है वहां आईटीआई है जहां

प्रगतिशील युग में व्यावसायिक शिक्षा का योगदान अर्हकारी शैक्षिक योग्यता की मेरिट आधारित ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया के माध्यम से आठवीं, हाई स्कूल उत्तर छात्र-छात्राओं को आईटीआई पाठ्यक्रमो में प्रवेश के अवसर

डी.सी. मनरेगा उपेंद्र पाठक की अध्यक्षता में राज्य व्यावसायिक प्रशिक्षण व्यावसायिक शिक्षा कौशल विकास और उधमशीलता विभाग एवं आईटीआई चलो अभियान रोजगार है वहां, आईटीआई है जहां को लेकर विकास भवन सभागार में बैठक संपन्न हुई। बैठक के दौरान नोडल प्रधानाचार्य राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान अरुण यादव ने राजकीय/निजी औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई। उन्होंने बताया कि जनपद के राजकीय / निजी औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों में शैक्षणिक सत्र अगस्त 2024 में प्रवेश प्रकिया दिनांक-10 जुलाई 2024 से प्रारम्भ कर दी गयी है।
उन्होंने बताया कि राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान मऊ द्वारा जनपद में 02 राजकीय आई०टी०आई, 01 पी०पी०पी०मोड पर अधारित एवं निजी आई०टी०आई० संचालित है। जिसमें विभिन्न व्यवसाय (इलेक्ट्रिशियन, वेल्डर, फीटर, कोपा, बेसिक कास्टोमोलाजी, हिन्दी आंशुलिपिक, ड्राफ्टमैन सिविल, मोटर मैकेनिक व्हिकल, इलेक्ट्रिशियन पी०डी०, इलेक्ट्रानिक मैकेनिक, आर०ए०सी० एवं फैशन डिजाईन) संचालित है। आई०टी०आई०चलो अभियान कार्यक्रम के अन्तर्गत सुदूर ग्रामिण अंचलों के अधिक से अधिक युवाओं को लाभान्वित किया जाना है।
उन्होंने बताया कि राजकीय निजी औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों में प्रवेश हेतु प्रत्येक व्यवसाय की समस्त प्रवेश सीटों के लिए आरक्षण के तहत अनुसूचित जाति के लिए 21 प्रतिशत, अनुसूचित जनजाति के लिए 2 प्रतिशत अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए 27 प्रतिशत तथा आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के लिए 10 प्रतिशत एवं महिलाओं के लिए 20 प्रतिशत प्रवेश सीट आरक्षित है। इसके अलावा उन्होंने बताया कि शासनादेश के अनुसार आईटीआई से उत्तीर्ण प्रमाण पत्र धारक यदि उत्तर प्रदेश के पॉलिटेक्निक में प्रवेश हेतु अर्ह पाए जाते हैं, तो उन्हें संबंधित डिप्लोमा के पाठ्यक्रम में द्वितीय वर्ष में सीधे प्रवेश मिलेगा।
आईटीआई प्रशिक्षित युवक युवतियों के लिए सरकारी प्रतिष्ठानों जैसे रेलवे, आर्मी, नेवी, एयरफोर्स पीडब्ल्यूडी, सिंचाई विभाग, व्यावसायिक शिक्षा विभाग, प्राविधिक शिक्षा विभाग आदि में रोजगार के पर्याप्त अवसर मिलेंगे। आईटीआई प्रशिक्षित व्यक्ति को स्वरोजगार हेतु सरकार द्वारा मुद्रा लोन योजना अंतर्गत बिना गारंटी और बिना ब्याज के ऋण उपलब्ध है।
बैठक के दौरान डी.सी. मनरेगा ने बताया कि हम अपने आवश्यकताओं की वस्तुएं अन्य देशों से आयात करते हैं यदि हम अपने देश में ही छोटे-छोटे उद्योग लोगों के माध्यम से अपने आवश्यकताओं की वस्तुएं को बनाने में लग जाए तो किसी अन्य देशों से आयात करने की आवश्यकता ही नहीं पड़ेगी। उन्होंने कहा कि आईटीआई प्रशिक्षण संस्थानों के माध्यम से युवा छात्रों को अधिक से अधिक प्रशिक्षण देकर प्रशिक्षित किया जाए। इस कार्य में हम कामयाब या सफल तभी होंगे जब समाज के हर वर्ग के व्यक्ति रोजगार के प्रति एवं आईटीआई के प्रति जागरूक नही होंगे। रोजगार के साथ-साथ व्यवहारिकता की भी अति आवश्यकता उद्योग के क्षेत्र में होती है। अर्थव्यवस्था में सुधार लाने के लिए हम सब की जिम्मेदारी बराबर है तभी हमारा जनपद प्रदेश एवं देश अर्थव्यवस्था के शिखर पर खड़ा होगा।
बैठक में जिला विद्यालय निरीक्षक, जिला पंचायतराज अधिकारी, निजी प्रशिक्षण प्रदाता कौशल विकास मिशन आदि लोग उपस्थित थे।

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