एसडीएम के आदेश को ढकार गए पानीगांव के प्रधान, प्रमुख और पंचायत सचिव


गांव की जनता को किया रोने पर मजबूर।
मथुरा सिटी रिपोर्टर लक्ष्मण सिंह
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उत्तर प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा पूर्व में जलभराव की समस्या से निपटने के आदेशों को हवा में उड़ानें वाले जिम्मेदार पानीगांव के प्रधान और सचिव ने ग्रामीणों के साथ साथ खुद सरकारी अध्यापकों को भी नहीं बक्शा अगर अधिकारी मौके पर पहुंचकर अध्यापकों और ग्रामीणों से समस्या के बारे में जिम्मेदारों की करतूत सुनोगे तो पैरों तले जमीन खीसक जाएगी। मथुरा में 24 घंटे तक लगातार हुई झमाझम बारिश विकास खण्ड मांट के पानीगांव में सरकारी अध्यापकों और ग्रामीणों के लिए आफत का कहर बनकर बरसी पानीगांव में सरकारी विधालय के समीप बनी वर्षों पुरानी पोखर ग्राम प्रधान और ब्लांक प्रमुख की लापरवाही की भेंट चढ गई। लगभग तीन महीने से ओवर फ्लो बनी पोखर का गंदा पानी दो सरकारी विद्यालयों के साथ साथ ग्रामीण राजवीर के घर के अंदर घुस गया। और झूठे आश्वासन देकर जनता के साथ छलावा करते रहे। जिससे लोगों को भ्रष्ट प्रधान, ब्लांक प्रमुख रनवीर सिंह और पंचायत सचिव के खिलाफ रोना आ गया। वहीं अध्यापक प्रधान और सचिव से असंतुष्ट दिखे और लगातार समय समय पर अधिकारियों से शिकायत की जिस पर कुछ समय पहले खुद एसडीएम मांट आदेश कुमार ने विधालय का निरीक्षण किया तो देखा गया था कि विधालय के चारों ओर पानी भरा था तब एसडीएम ने पानी निकासी के आदेश दिए थे लेकिन पानीगांव के प्रधान सुभाष, ब्लाक प्रमुख रनवीर सिंह, और पंचायत सचिव एसडीएम के आदेश को भी डकार गए और आज तक पानी निकासी नहीं कराया गया। वहीं झमाझम बारिश होने से एक ग्रामीण के मकान की दिवाल ढह गई लेकिन ग्राम प्रधान और पंचायत सचिव ने अपने ही क्षेत्र की जनता को आंसूओं से रूलाने पर मजबूर कर दिया है। वहीं गांव की जनता ने प्रधान का साथ उस वक्त दिया था जब उसके घर में दुखों का पहाड़ उत्पन्न हुआ था तब जनता ने भारी मतों से प्रधान का पद दिलाया और आज उसी प्रधान ने अपनी ही जनता से मुंह फेर लिया यहां तक की प्रधान ने तो अपनी जिम्मेदारी को भुलाकर खुद सरकारी अधिकारी एसडीएम मांट के आदेश पर भी विधालय से पानी की निकासी नहीं कराई ऐसे भ्रष्ट प्रधान से अब जनता का विशवास खत्म हो गया है।

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