“पीएम मोदी के घर आया खास मेहमान, जानें उसका अनोखा नाम और पीछे की चौंकाने वाली कहानी!”

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पशु प्रेम के बारे में सभी जानते हैं, और इसका प्रमाण उनके निवास पर मौजूद विभिन्न पालतू जानवरों से मिलता है। इनमें से एक विशेष रूप से उल्लेखनीय है पुंगनुर नस्ल की गाय, जो अपनी अद्वितीयता और छोटे आकार के लिए प्रसिद्ध है। हाल ही में प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म “एक्स” (जो पहले ट्विटर के नाम से जाना जाता था) पर एक वीडियो साझा किया, जिसमें वे अपने निवास पर एक गाय के नवजात बछड़े के साथ देखे जा सकते हैं। यह वीडियो उनके गौ प्रेम और भारतीय संस्कृति में गायों के महत्व की गहरी समझ को उजागर करता है।

वीडियो में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बड़ी आत्मीयता से इस बछड़े के साथ समय बिताते हुए देखा गया। उन्होंने बछड़े को अपने हाथों से सहलाते हुए उसके प्रति अपने स्नेह का प्रदर्शन किया। इस नवजात बछड़े का नाम ‘दीपज्योति’ रखा गया है, जो प्रधानमंत्री मोदी के अनुसार, उसके माथे पर विशेष चिह्न के कारण रखा गया है, जो दीपक की ज्योति जैसा प्रतीत होता है। यह नाम भारतीय संस्कृति और परंपराओं के प्रति प्रधानमंत्री की गहरी निष्ठा को दर्शाता है, जहां गाय और उसके परिवार को शुभ और कल्याणकारी माना जाता है।

प्रधानमंत्री मोदी ने इस वीडियो के साथ अपने पोस्ट में लिखा, “हमारे शास्त्रों में कहा गया है – ‘गाव: सर्वसुख प्रदा:’। इसका अर्थ है कि गायें हर प्रकार के सुख का स्रोत होती हैं। इस दृष्टि से, लोक कल्याण मार्ग स्थित मेरे निवास पर एक नए सदस्य का आगमन हुआ है। हमारी प्रिय गौ माता ने एक नव वत्स को जन्म दिया है। इस नवजात के माथे पर दीपक की ज्योति जैसा एक खास चिह्न है, इसलिए मैंने इसका नाम ‘दीपज्योति’ रखा है।”

यह पहली बार नहीं है जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने गौ प्रेम को सार्वजनिक रूप से प्रदर्शित किया है। इससे पहले भी वे मकर संक्रांति के अवसर पर अपने आवास पर गाय की सेवा करते हुए देखे गए थे। प्रधानमंत्री के आवास पर मौजूद गाय पुंगनुर नस्ल की है, जो दुनिया की सबसे छोटी गायों में से एक मानी जाती है। पुंगनुर गाय का दूध अत्यधिक पौष्टिक होता है और इसे स्वास्थ्य के लिए बेहद लाभकारी माना जाता है। यह गाय मुख्य रूप से आंध्र प्रदेश के रायलसीमा क्षेत्र में पाई जाती है और इसकी नस्ल को दुर्लभ माना जाता है, इसलिए इसकी देखभाल अत्यधिक ध्यानपूर्वक की जाती है।

पुंगनुर गाय की विशेषताएं इसे अन्य गायों से अलग बनाती हैं। यह नस्ल अपने छोटे आकार और कम खाने के बावजूद भरपूर मात्रा में पौष्टिक दूध देने के लिए जानी जाती है। पुंगनुर नस्ल की गाय का कद सामान्य गायों की तुलना में काफी छोटा होता है, लेकिन इसके दूध की गुणवत्ता उच्च स्तर की होती है, जिसमें पोषक तत्वों की अधिकता होती है। इस प्रकार की गाय का रख-रखाव आसान होता है, जिससे यह नस्ल अत्यधिक मूल्यवान मानी जाती है। यही कारण है कि प्रधानमंत्री मोदी के आवास पर इस नस्ल की विशेष गाय का होना उनके पशु प्रेम और प्राकृतिक संपदाओं के प्रति जागरूकता को दर्शाता है।

प्रधानमंत्री मोदी का इस प्रकार से गाय और बछड़े के साथ समय बिताना न केवल उनके व्यक्तिगत प्रेम और संवेदनशीलता को दिखाता है, बल्कि भारतीय संस्कृति में गायों के महत्व को भी रेखांकित करता है। गायों को भारतीय समाज में ‘गौ माता’ के रूप में पूजा जाता है, और वे धार्मिक और सांस्कृतिक रूप से अत्यंत महत्वपूर्ण मानी जाती हैं। प्रधानमंत्री मोदी का यह कदम न सिर्फ उनके व्यक्तिगत दृष्टिकोण को दर्शाता है, बल्कि देश के नागरिकों को भी प्रकृति और पशुओं के प्रति प्रेम और संवेदनशीलता की प्रेरणा देता है।

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