उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को अनंत चतुर्दशी के अवसर पर त्रिपुरा के सिद्धेश्वरी मंदिर का उद्घाटन किया। इस महत्वपूर्ण आयोजन के दौरान उन्होंने एक प्रेरणादायक भाषण दिया, जिसमें उन्होंने इस क्षण को ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि यह हमारे लिए गौरव का विषय है कि हम सिद्धेश्वरी मंदिर के उद्घाटन के लिए एकत्र हुए हैं। इसके साथ ही उन्होंने संत श्री शांतिकाली महाराज की स्मृतियों को भी श्रद्धांजलि दी और उनके योगदान को याद किया।
मुख्यमंत्री योगी ने भगवान कृष्ण का उदाहरण देते हुए धर्म और सुरक्षा के बीच संतुलन की बात कही। उन्होंने कहा, “जब भी हम भगवान कृष्ण की स्मृति करते हैं, तो हमें उनकी दो मुख्य विशेषताओं का ध्यान आता है—उनके एक हाथ में मुरली और दूसरे हाथ में सुदर्शन चक्र होता है। मुरली प्रेम और सद्भाव का प्रतीक है, लेकिन केवल प्रेम से ही जीवन नहीं चलता। इसके साथ-साथ सुरक्षा और अनुशासन के लिए सुदर्शन चक्र का होना भी अनिवार्य है। बिना सुरक्षा और अनुशासन के प्रेम और शांति को बनाए रखना कठिन हो जाता है।”
योगी आदित्यनाथ ने त्रिपुरा में डबल इंजन सरकार की भूमिका पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा, “यह एकीकरण और प्रगति का समय है, जहां डबल इंजन सरकार त्रिपुरा के सर्वांगीण विकास के लिए निरंतर कार्य कर रही है। न केवल आर्थिक और बुनियादी ढांचे के क्षेत्र में, बल्कि धार्मिक और सांस्कृतिक उत्थान के लिए भी प्रयास किए जा रहे हैं। त्रिपुरा की भौगोलिक स्थिति और सीमावर्ती चुनौतियों को देखते हुए, यहां की सुरक्षा और विकास प्राथमिकता पर हैं।”
उन्होंने धार्मिक महत्व और सुरक्षा के महत्व को भी रेखांकित किया। योगी ने कहा, “हमें इस बात का सदैव ध्यान रखना चाहिए कि यदि हम धर्म की रक्षा करेंगे, तो धर्म हमारी भी रक्षा करेगा। लेकिन यदि हम अपने स्वार्थ के लिए धर्म का त्याग करते हैं, तो अधर्म भी उसी प्रकार हमें प्रभावित करेगा।” उत्तर प्रदेश का उदाहरण देते हुए उन्होंने बताया कि कैसे वहां डबल इंजन सरकार के सत्ता में आने के बाद सुरक्षा की स्थिति में व्यापक सुधार हुआ है। उन्होंने कहा, “यूपी में दंगाइयों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करते हुए बुलडोजर का उपयोग किया गया, जिससे कानून व्यवस्था को मजबूत किया गया। वहीं, धार्मिक श्रद्धालुओं के लिए श्री राम मंदिर का निर्माण भी सुनिश्चित किया गया।”
अपने भाषण के अंतिम हिस्से में, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पाकिस्तान को मानवता के लिए एक गंभीर खतरे के रूप में प्रस्तुत किया। उन्होंने कहा, “पाकिस्तान एक कैंसर बन चुका है, जो मानवता के लिए घातक है। इसका उपचार केवल ऑपरेशन द्वारा संभव है। पाक-अधिकृत कश्मीर और बलूचिस्तान में स्वतंत्रता की मांग तेजी से बढ़ रही है, जो इस देश के विघटन की शुरुआत है। हमें अपनी शक्ति को पहचान कर अपने दुश्मनों को मजबूत होने का कोई मौका नहीं देना चाहिए। हमें अपनी ताकत को हर समय बनाए रखना होगा, ताकि हमारे दुश्मन हमें कमजोर समझने की भूल न करें।”
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के इस विस्तृत और जोशीले भाषण ने विकास, सुरक्षा, धर्म और राष्ट्रवाद के मुद्दों पर एक मजबूत संदेश दिया, जो त्रिपुरा और उत्तर प्रदेश में उनके प्रशासन की प्राथमिकताओं को दर्शाता है।