अक्षय पात्र सेवा के क्षेत्र में प्रेरणा का स्त्रोत: डी.डी. वंजले

गेबर फेफर ने अपना 25 वां स्थापना दिवस अक्षय पात्र के साथ बनाया

राजकुमार गुप्ता ब्यूरो चीफ मथुरा

मथुरा।गेबर फेफर ने 25वां स्थापना दिवस वृंदावन स्थित अक्षय पात्र फाउंडेशन के साथ बडे़ ही हर्ष के साथ मनाया। इस दौरान गेबर फेफर के पदाधिकारीयों ने मथुरा जनपद के रावल और अजय नगर स्थित परिषदीय विद्यालय के बच्चों के मध्य चित्रकला स्पर्धा का आयोजन कर उपहार वितरण किए। उसके बाद वृन्दावन के मैत्रीघर एवं ओम शांति आश्रम की निराश्रित माताओं को प्रसाद वितरण कर उनका आशिर्वाद प्राप्त किया।
इस पुनीत अवसर पर गेबर फेफर के कर्मचारियों को अक्षय पात्र की केंद्रीय रसोई की कार्य प्रणाली को समझने और जानने का अवसर प्राप्त हुआ। गेबर फेफर के प्रबंध निदेशक श्री डी.डी. वंजले ने अक्षय पात्र की प्रशंसा करते हुए, इसे सभी सामाजिक कल्याण संगठनों के लिए प्रेरणा का स्त्रोत बताया। उन्होंने बताया कि संस्था की स्थापना 26 सितंबर 2000 को दिल्ली में हुई। यह संस्था सीमेंट संयंत्रों और इससे संबंधित उपकरणों के निर्माण क्षेत्र में एक जर्मन की सुप्रसिद्ध संस्था है।
अक्षय पात्र के मुख्य संचार अधिकारी धनंजय गंजू ने अक्षय पात्र के विषय में अवगत कराते हुए कहा कि यह भारत के 16 राज्यों और 2 केंद्र शासित प्रदेशों में 72 केंद्रीय रसोइयों के माध्यम से 22 लाख बच्चों को भोजन उपलब्ध कराती है। उन्होंने गेबर फेफर संस्था को उदारतापूर्वक ₹35,51,000 की सहयोग राशि, 1008 मध्यह्ान भोजन प्रतिदिन एकवर्ष हेतु, 110 निराश्रित माताओं की भोजन व्यवस्था और लखनऊ की केंद्रीय रसोई के लिए एक वाहन दान करने के सहयोग के लिए ह्दय से आभार व्यक्त किया।
इस कार्यक्रम में दोनों संगठनों के वरिष्ठ अधिकारियों ने भी भाग लिया, जिनमें गेबर फेफर के सीनियर वीपी श्रीधर,जीएम जोगेश भाटिया और अनिल जैन, और अक्षय पात्र से जूही गुप्ता, उमा शंकर और अमित कुमार शामिल थे।
यह साझेदारी हमारे आपसी सामाजिक कल्याण और सामुदायिक सेवा के प्रति समर्पण को दर्शाती है, जो सहयोगात्मक सफलता और साझा मूल्यों का एक आदर्श उदाहरण है।

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