ब्यूरो रिपोर्ट सिंगरौली।
सिंगरौली/मध्य प्रदेश। गुरुवार को भारत सरकार की मिनीरत्न कंपनी नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (एनसीएल) के 40वें स्थापना दिवस के केन्द्रीय कार्यक्रम में विभिन्न श्रेणियों में उत्कृष्ट परियोजनाओं व श्रेष्ठ कर्मियों को पुरस्कृत किया गया। सिंगरौली स्टेडियम में आयोजित केंद्रीय कार्यक्रम में एनसीएल सीएमडी बी. साईराम, एनसीएल के पूर्व सीएमडीगण क्रमशः ए. के. दास, एस. वी. चाओजी, टी. के. नाग, बी. आर. रेड्डी, पी. के. सिन्हा, एनसीएल के निदेशक (कार्मिक) मनीष कुमार, निदेशक (वित्त) रजनीश नारायण, निदेशक (तकनीकी/संचालन) जितेन्द्र मलिक, निदेशक (तकनीकी/परियोजना एवं योजना) सुनील प्रसाद सिंह एवं मुख्य सतर्कता अधिकारी, एनसीएल पंकज कुमार, श्रमिक संघ के जेसीसी सदस्य – सीएमएस से अजय कुमार, बीएमएस से श्यामधर दुबे, एचएमएस से अशोक कुमार पांडे, सीएमओएआई महासचिव सर्वेश सिंह उपस्थित रहे। साथ ही परियोजनाओं एवं मुख्यालय के महाप्रबंधकगण, विभागाध्यक्ष व बड़ी संख्या में अधिकारी, कर्मचारीगण व स्थानीय जनमानस उपस्थित रहे।
इस अवसर पर पुरस्कार हेतु परियोजनाओं को 15 मिलियन टन से अधिक (ग्रुप-ए) तथा 15 मिलियन टन से कम (ग्रुप-बी) उत्पादन की श्रेणी में बांटा गया था।विभागीय कार्य में अधिकतम अवधि तक शून्य दुर्घटना के लिए सुरक्षा पुरस्कार (15 एमटी से अधिक) में खड़िया एवं (15 एमटी से कम) में ककरी क्षेत्र, पर्यावरण प्रबंधन में शानदार कार्य के लिए (15 एमटी से अधिक) में निगाही एवं (15 एमटी से कम) में ब्लॉक-बी क्षेत्र, सीएसआर कार्यों के लिए आवंटित बजट के सबसे अधिकतम प्रतिशत उपयोग के लिए ग्रुप-ए में जयंत क्षेत्र तथा ग्रुप-बी में कृष्णशिला क्षेत्र और सफलता पूर्वक सबसे अधिक सीएसआर प्रोजेक्ट पूरे करने के लिए ग्रुप-ए में खड़िया व ग्रुप-बी में बीना क्षेत्र को सम्मानित किया गया।पूंजीगत निवेश बजट के सबसे अधिकतम प्रतिशत उपयोग के लिए ग्रुप-ए में दूधीचुआ तथा ग्रुप-बी में बीना क्षेत्र, कोयले के स्टॉक में अधिकतम कमी में ग्रुप-ए में दूधीचुआ तथा ग्रुप-बी में बीना क्षेत्र, कोयले के सबसे अधिक प्रतिशत ग्रेड कन्फर्मेशन (कोयले की गुणवत्ता) में ग्रुप-ए में निगाही एवं ग्रुप-बी में झिंगुरदा क्षेत्र ने बाजी मारी।
इसी के साथ इस दौरान कोयला उत्पादन में वृद्धि – पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना में अधिकतम प्रतिशत वृद्धि के लिए (ग्रुप ए) में अमलोरी व (ग्रुप बी) में झिंगुरदा क्षेत्र ने जीत हासिल की।कोयला प्रेषण में वृद्धि – पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना में अधिकतम प्रतिशत वृद्धि के लिए (ग्रुप-ए) में खड़िया व (ग्रुप-बी) में बीना क्षेत्र, सिस्टम कैपेसिटी यूटीलाइजेशन में गत वर्ष के मुकाबले सबसे अधिक प्रतिशत वृद्धि के लिए झिंगुरदा क्षेत्र को पुरस्कृत किया गया। ड्रैगलाइन की क्षमता के अधिकतम उपयोग के लिए (ग्रुप-ए) में जयंत व (ग्रुप-बी) में बीना क्षेत्र सम्मानित हुए। सबसे अधिक लाभ अर्जित करने में (ग्रुप-ए) में अमलोरी व (ग्रुप-बी) में झिंगुरदा क्षेत्र अव्वल रहे। सबसे अधिक संख्या में अतिक्रमण खाली कराने एवं हटाने में (ग्रुप ए) में निगाही व (ग्रुप बी) में ककरी क्षेत्र, अधिकतम रोगी संभालने वाली डिस्पेन्सरी के लिए (ग्रुप -ए) में निगाही और (ग्रुप-बी) में ब्लॉक-बी क्षेत्र को सम्मान मिला। अधिकतम प्रतिशत नियंत्रणीय लागत में कमी हेतु (ग्रुप-ए) में खड़िया व (ग्रुप-बी) में झिंगुरदा क्षेत्र, एनसीएल स्वच्छता पुरस्कार से (ग्रुप-ए) में खड़िया व अमलोरी तथा (ग्रुप-बी) में झिंगुरदा क्षेत्र को पुरस्कृत किया गया।सर्वोत्तम औधौगिक संबंध बनाए रखने के लिए दूधीचुआ क्षेत्र और एनएससी को पुरस्कार मिला।
इस अवसर पर एनसीएल के सभी क्षेत्रों व इकाइयों के कर्मियों को तकनीकी नवाचार, गैर तकनीकी नवाचार, बहादुरी एवं उत्कृष्टता के क्षेत्र में सम्मानित किया गया।