हालात का जायजा लेने पहुचे कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक।
न्यूजलाइन नेटवर्क – ब्यूरो रिपोर्ट सिंगरौली।
सिंगरौली/मध्य प्रदेश। जिला मुख्यालय बैढ़न से 12 कि. मी. दूर स्थित शासकीय पूर्व माध्यमिक विद्यालय पिपराझांपी के 16 बच्चे व एक शिक्षिका शनिवार को अचानक बीमार पड़ गए। एक साथ बच्चों के बीमार होने के बाद स्कूल परिसर में अफरा-तफरी मच गई। आनन-फानन में उन्हें बीमार बच्चों को उपचार के लिए जिला अस्पताल ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया है। जहां कलेक्टर व एसपी मौके पर पहुंचे हैं। वहीं जिला शिक्षा अधिकारी व बीएमओ पिपराझांपी गांव में पहुंचकर हालात के संबंध में प्रधानाध्यापक व ग्रामीणों से जानकारी लिए हैं। मगर अभी तक यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि यह कौन सी बीमारी है। इसका पता लगाने में चिकित्सक जुटे हैं।
शनिवार की सुबह जब स्कूल का संचालन शुरू हुआ। इंटरवल से पहले ही बच्चों के बेहोश होकर गिरने का सिलसिला जारी हो गया।एक के बाद एक बच्चे कक्षा में बेहोश होकर गिरने लगे। इसकी सूचना प्रधानाध्यापक ने शिक्षा अधिकारियों को दिया और आनन-फानन में उपचार के लिए उन्हें जिला अस्पताल भेजने का क्रम जारी हो गया। यह सिलसिला स्कूल के छुट्टी होने तक चलता रहा और बारी-बारी करके सभी बीमार छात्रों को उपचार के लिए ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया। इसके बाद शाम करीब चार बजे स्कूल की एक शिक्षिका भी बेहोश होकर गिर गई।सभी का उपचार जिला अस्पताल में चल रहा है। इधर जिला अस्पताल ट्रामा सेंटर में भर्ती स्कूली बच्चों का हाल जानने कलेक्टर चंद्रशेखर शुक्ला, एसपी मनीष खत्री व एसडीएम सृजन वर्मा पहुंचे। जहां सीएमएचओ को सख्त निर्देशित किया कि बीमार बच्चों के इलाज में कोई लापरवाही न हो। उन्हें तत्काल उपचार मुहैया कराएं और वार्डों में शिफ्ट करें। चिकित्सक बच्चों की देखभाल करते रहें।
इन स्कूली बच्चो की बिगड़ी हालत :-
शासकीय पूर्व माध्यमिक विद्यालय पिपराझांपी के बीमार बच्चों में राकेश खैरवार पिता बबुआ खैरवार, कृष्णा वर्मा पिता इंद्रेश वर्मा, अनिल शर्मा पिता अजय शर्मा, जरीना खातुन पिता मो. रसीद, प्रियंका पिता इंद्रेश वर्मा, आरती सिंह वैश्य पिता शुरजीत, इनाली वर्मा पिता देवनारायण, नितकी बसोर पिता भदाले बसोर, नव्या साकेत पिता रावेन्द्र साकेत, अभय कुमार शर्मा पिता अजय कुमार शर्मा, नीलम बसोर पिता शिवकुमार बसोर, सोनम वैश्य पिता रामसयन वैश्य, चाहत सिंह पिता सूरज सिंह, कृष्णदेव शर्मा पिता बबुआ राम शर्मा व शिक्षिका शालू सिंह वैश्य पिता राजप्रताप सिंह वैश्य शामिल हैं।सभी का उपचार जिला अस्पताल ट्रामा सेंटर में चल रहा है। पिपराझापी विद्यालय पहुचे डीईओस्कूल में बच्चों के बीमार होने की जानकारी मिलते ही जिला शिक्षा अधिकारी एसबी सिंह तत्काल पिपराझांपी गांव पहुंचे। जहां स्कूल के प्रधानाध्यापक से इस संबंध में जानकारी लिया। इसके बाद स्थानीय ग्रामीणों से बातचीत कर उनसे इस रहस्य को जानने का प्रयास किया है। मगर यह स्पष्ट नहीं हो पाया कि यह कौन सी बीमारी है जिसमें बच्चे घबरा रहे हैं और अचेत होकर गिर रहे हैं।
जिला चिकित्सालय में सख्त पहरा:- ट्रामा सेंटर में जब बच्चों को भर्ती किया गया। उस दौरान इमरजेंसी में भारी संख्या में भीड़ जमा हो गई। जहां इमरजेंसी वार्ड में जाने पर रोक लगा दी गई। वहीं अस्पताल परिसर में पुलिस का पहरा बना रहा। इस बीच अन्य मरीजों को आने जाने में भी परेशानियों का सामना करना पड़ा।शाम तक कलेक्टरए एसपी व एसडीएम सहित स्वास्थ्य अधिकारियों के बीच बीमारी का पता लगाने को लेकर बातचीत होती रही। पिपरा झापी विद्यालय के करीब 16 बच्चे अचानक बीमार हो गये सभी का इलाज ट्रामा सेन्टर में चल रहा है। कुछ बच्चे डरे हुए है। उनका मनोवैज्ञानिक तरीके से इलाज चल रहा है। फिलहाल बच्चे पूरी तरह से स्वस्थ है।