अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस पर भाकपा कार्यकर्ताओं ने महंगाई, बेरोज़गारी, स्वास्थ्य, शिक्षा, अडानी प्रकरण, अर्थव्यवस्था, बिजली का निजीकरण, आदि मुद्दों को लेकर कलेक्ट्रेट पर दिया धरना।
न्यूजलाइन नेटवर्क – डिप्टी व्यूरो सोनभद्र
सोनभद्र/उत्तर प्रदेश। अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस के अवसर पर भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के कार्यकर्ताओं ने राष्ट्रीय आवाहन मानवाधिकार दिवस को मांग दिवस मनाते हुए जिलाधिकारी कार्यालय स्थित गांधी पार्क में धरना दिया। जहां महंगाई, बेरोज़गारी, खाद बीज, स्वास्थ्य, शिक्षा, स्वास्थ्य, अडानी प्रकरण, अर्थव्यवस्था, पूजा स्थल अधिनियम 1991 को सख्ती से लागू करने, उलंघन करने वालों कठोर दंड देने, सम्भल, बहराइच घटनाओं की सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश से न्यायिक जांच कराने, मणिपुर पर संसद में चर्चा कराने, अडानी मामले पर संयुक्त संसदीय समिति से जांच कराने, विद्युत विभाग सहित सार्वजानिक प्रतिष्ठानों का निजीकरण रोकने, किसानो के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य के लिए कानून बनाने, खाद, बिजली, पानी की व्यवस्था दुरुस्त करने, शिक्षा, स्वास्थ्य का राष्ट्रीकरण करने, देश के सांप्रदायिक सद्भाव को कायम रखने, देश विदेश में अल्पसंख्यको पर हमला बंद करने की मांग। जनपद में वन विभाग द्वारा आदिवासियों के शोषण, उत्पीड़न पर रोक लगाने, खनन में नियम के विरुद्ध चल रहे मशीनीकरण को रोकने, मजदूरों को रोजगार उपलब्ध कराने और तेलगुड़वा – कोन संपर्क मार्ग सहित अन्य संपर्क मार्गो को जल्द दुरुस्त कराने सहित 25 मांगो को लेकर कलेक्ट्रेट परिसर स्थित गांधी पार्क में धरना दिया गया।
जहां वक्ताओं ने सम्बोधित करते हुए कहा कि वर्तमान सरकार जन सवालों पर ध्यान न देकर केवल ध्रुवीकरण की राजनीति कर रही है। सदियों से भारत की साझी संस्कृति, साझी विरासत की गंगा जमुनी तहजीब को ध्वस्त कर रही है।शिक्षा, स्वास्थ्य महंगा है। भ्रष्टाचार चरम पर है। देश का सबसे बड़ा भ्रष्टाचारी को बचाया जा रहा है। संसद को सत्तापक्ष द्वारा हास्यास्पद बना दिया गया है। संसदीय परंपरा की धज्जियां उड़ाई जा रही है। यह सब सत्तापक्ष कर रहा है। आरोप विपक्ष पर लगाया जा रहा है। जब कि संसद में जनता, देश के प्रश्नों पर चर्चा की जानी चाहिए। प्रदेश की कानून व्यवस्था खत्म हो रही है। योगी राज में लूट का साम्राज्य कायम हो गया है। जनपद में सरकारी योजनाओं में भ्रष्टाचार का बोलबाला हो गया है। ऐसी दशा में जानता को सड़क पर उतर कर भीषण संघर्ष करना होगा। धरना के दौरान राष्ट्रपति महोदया के नामित पंद्रह सूत्रीय मांग पत्र और जनपद की समस्याओं को लेकर दस सूत्रीय मांग पत्र जिलाधिकारी को सौंपा गया।
धरना में प्रमुख रूप से भाकपा जिला सचिव कामरेड आर के शर्मा, देव कुमार विश्वकर्मा, बसावन गुप्ता, राम सुरत बैगा, अयोध्या बैसवार, पप्पू भारती, विरेन्द्र सिंह गोंड, नागेन्द्र कुमार, हृदय नारायण गुप्ता, तारकेश्वर गुप्ता, राम लखन गोंड, रामजी बैगा, शिवनारायण, श्रृंगारी देवी, पुष्पा कुमारी व सेमरी देवी आदि उपस्थित रहे।