न्यूजलाईन नेटवर्क – डिप्टी ब्यूरो रिपोर्ट
ओबरा/सोनभद्र। ओबरा तापीय परियोजना कॉलोनियों में विकास कार्यों को लेकर विवाद लगातार गहराता जा रहा है। नगर पंचायत द्वारा किए जा रहे कार्यों के खिलाफ परियोजना कर्मचारियों में भारी रोष है। कर्मचारियों का आरोप है कि नगर पंचायत पहले से मौजूद बुनियादी ढांचे को नष्ट करके नए सिरे से काम कर रही है। जिससे सरकारी धन का बड़े पैमाने पर दुरुपयोग हो रहा है।
इसी क्रम में बताते चलें कि हाल ही में गर्ल्स कॉलेज के पीछे नगर पंचायत द्वारा पेयजल पाइपलाइन को तोड़ दिए जाने के कारण परियोजना कर्मचारियों के सामने पेयजल संकट गहरा गया है। जिससे कर्मचारियों में काफी आक्रोश ब्याप्त है और उन्होंने नगर पंचायत के इस कृत्य की कड़ी निंदा की है। जिसके क्रम में उन्होंने कहा कि पहले जितने भी नगर पंचायत अध्यक्षों का कार्यकाल रहा है सभी ने परियोजना के क्षेत्रों में विकास का कार्य किया है जिसे नगर पंचायत द्वारा सभी विकास कार्यों को दरकिनार कर फिर से विकास के नाम पर धन का बंदरबांट करने में लगा हुआ है और वहीं परियोजना कर्मचारियों ने कहा कि नगर पंचायत द्वारा किए जा रहे कार्यों की जांच कराया जाए और पेयजल पाइपलाइन को जल्द से जल्द ठीक किया जाए ताकि कर्मचारियों को पेयजल की समस्या का सामना न करना पड़े। वही नगर पंचायत का कहना है कि वे विकास कार्य जनता के हित में कर रहे हैं और किसी भी तरह का कोई अनियमितता नहीं की गई है।
पेयजल पाइपलाइन टूटने के मामले में उन्होंने आश्वासन दिया है कि इसे जल्द से जल्द ठीक कर दिया जाएगा। वहीं पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष उमाशंकर सिंह का कहना है कि मेरे द्वारा परियोजना के अधिकारियों की सहमति पर परियोजना की भूमि पर विकास कार्य कराया गया था जिसे वर्तमान नगर पंचायत द्वारा सुंदरीकरण के नाम पर पुराने इंटे निकालकर नये ईंट का प्रयोग किया जा रहा है। अभी 06 महीने पहले ही वृक्षारोपण कर उसकी जाली लगाई गई थी जो गुणवत्ता विहीन होने के कारण क्षतिग्रस्त हो गई। इस प्रकार का कार्य नगर पंचायत ओबरा द्वारा सुंदरीकरण के नाम पर क्या साबित करना चाहता है।यह कैसा विकास है। जबकि नगर पंचायत के अन्तर्गत बहुत ऐसे क्षेत्र हैं जो ग्राम पंचायत को शामिल किया गया है वहीं नगर पंचायत को विस्तारित में बढ़-चढ़कर काम करना चाहिए
जहाँ विकास कार्य बहुत होना बाकी है। आपको बताते चले विस्तारित क्षेत्र में भलुआ टोला गजराज नगर गीता मंदिर, नई कॉलोनी शारदा मंदिर विल्ली स्टेशन अग्रवाल नगर बाबा धुलाई सेंटर जैसे क्षेत्र में बहुत सी विकास का कार्य करना बाकी है। और इस विवाद के कारण स्थानीय लोगों में चिंता की लकीरें खींच गई है। वे चाहते हैं कि दोनों पक्ष आपस में बैठकर इस मामले का समाधान निकालें ताकि विकास कार्य बिना किसी रुकावट के चलते रहें। आगे अब देखना है कि इस विवाद का क्या हल निकलता है। क्या प्रशासन कर्मचारियों की मांग पर कोई कार्रवाई करेगा या नगर पंचायत के दावों को मान्य करेगा।