सिंगरौली: जिला चिकित्सालय से 10 दैवेभो श्रमिको की छुट्टी, रोगी कल्याण समिति में बजट का सिविल सर्जन ने रोया रोना।

न्यूजलाइन नेटवर्क – ब्यूरो रिपोर्ट

सिंगरौली/ मध्य प्रदेश। जिला चिकित्सालय सह ट्रामा सेन्टर में कार्य करने वाले 10 दैनिक वेतन भोगी श्रमिको की बुधवार से कार्य से छुट्टी दे दी गई है। सिविल सर्जन ने रोगी कल्याण समिति में पर्याप्त बजट न होने का दुखड़ा सुनाया है। जिला चिकित्सालय सह ट्रामा सेन्टर के सिविल सर्जन सह मुख्य अस्पताल अधीक्षक ने एक आदेश जारी किया।

जिसमें उल्लेख किया है कि जिला चिकित्सालय सह ट्रामा सेन्टर में संचालित रोगी कल्याण समिति में पर्याप्त बजट न होने के कारण रोगी कल्याण समिति अंतर्गत रखे गये दैनिक वेतन भोगी श्रमिक साधना शाह, पूर्णिमा सिंह, रंजना यादव, कुमारी प्रिया श्रीवास्तव, अन्नु देवी, किरण वर्मा, राजकुमार पाण्डेय, बृजेन्द्र शर्मा, मालती जायसवाल एवं राकेश शाह को बुधवार 15 जनवरी से कार्य लिया जाना संभव नही है। उक्त श्रमिको 15 जनवरी के बाद कार्य नही लिया जा सकेगा। उक्त श्रमिक कार्य करते पाये जाते हैं तो उनका भुगतान 15 जनवरी के बाद नही किया जाएगा। पिछले 5 माह का शेष बकाया राशि का भुगतान दो माह के अन्दर कर दिया जाएगा।

इधर उक्त श्रमिको ने जिला चिकित्सालय प्रबंधन पर रोजगार छिनने का गंभीर आरोप लगाते हुये कहा है कि पिछले दिन मानदेय भुगतान के लिए धरना प्रदर्शन किया गया था। जहां प्रबंधन को नागवार गुजरा था। यदि ड्यूटी करने के बाद भुगतान मांगना गुनाह है तो अधिकारी भी साल भर वेतन न लें और ईमानदारी से कार्य करे तो पता चल जाएगा कि गरीबी कै से झेली जाती है। डीएमएफ के अलावा एनसीएल, एनटीपीसी के सीएसआर के राशि का दुरूपयोग कर बंन्दरबाट की जा रही है। सब को भली-भांति पता है। गरीबो एवं आर्थिक संकट से जूझ रहे लोगों के पास जिम्मेदार अधिकारियों की कितनी संवेदनाएं हैं। इससे बड़ा उदाहरण और क्या हो सकता है।

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