पढ़ें विजय कोशले की : जाति/गोत्र की भावना से ऊपर उठकर एक सही प्रत्याशी को जीत दिलाने के कविता

कवि/लेखक विजय कुमार ने समाज में आपसी प्रेम व भाईचारा को बनाए रखने और हमारे इस पंचायत चुनाव में जाति/गोत्र की भावना से ऊपर उठकर एक सही प्रत्याशी को जीत दिलाने के लिए कविता के माध्यम से दिया संदेश::

आओ साथ निभाएं

अपने पराये भेद मिटाकर
   आओ साथ निभाएं,
इकदुजे के दिल में हम न
    स्वार्थ कोई छिपाएं।

द्वेष ईर्ष्या संताप भुलाकर 
    सबको गले लगाएं,
मिलजुल कर अरमानों के 
    सपने नये सजाएं।

हर घर में हो अमन शांति 
   जन-जन ही मुस्काये, 

अमीर गरीब के बीच से हर
फासले मिट जायें।

प्रेम दया करूणा के सब
  हृदय में फुल खिलायें,

रखे कोई न दिलों में रंजिश
ऐसी भाव जगायें।

 जाति धर्म की बंधन भुल
    मिलकर बोझ उठाए,
  हर निर्धन की उत्थानों में 
     कदम-कदम बढ़ाए।

  मानवता का पावन संदेश 
     जन-जन को बतलायें, 
  सत्य अहिंसा प्रेम की सीख
     सबको ही सिखलाये।

लेखक/कवि/पत्रकार
विजय कुमार कोसले
पिता – श्यामलाल कोसले
ग्राम – नाचनपाली, पोस्ट- लेंध्रा छोटे
तहसील- सारंगढ़, जिला सारंगढ़-बिलाईगढ़
छत्तीसगढ़।
मो.न. – 6267875476


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