ग्राम बलियरी में स्थापित विंध्याचल विद्युत ताप परियोजना का राखड़ बांध बना सिंगरौली वासियों के लिए मुसीबत।

न्यूजलाइन नेटवर्क – ब्यूरो रिपोर्ट

सिंगरौली/ मध्य प्रदेश। बैढ़न ग्रीष्म ऋतु के शुरू होते ही ग्राम बलियरी में स्थापित राखड़ बाँध अपना रौद्र रूप दिखाना शुरू कर दिया है। गर्म हवा के चलने से राखड़ बाँध से सैकड़ो घन मीटर राखड़ उड़कर पास ही स्थित रिहंद जलाशय में गिरकर जल को दूषित कर रहा है। सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि नगर पालिक निगम सिंगरौली द्वारा रिहंद जलाशय से ही पानी लेकर नगरीय क्षेत्र के हजारों घरों में सप्लाई कर रहा है।
हम आपको बताते चले की विंध्याचल विद्युत ताप परियोजना का राखड़ बाँध एकमात्र ऐसा राखड़ बाँध है जो की नगर पालिक निगम क्षेत्र में स्थापित है। ग्राम बलियरी में स्थापित राखड़ बाँध लगभग 500 एकड़ क्षेत्रफल में फैला हुआ है। एनटीपीसी विंध्याचल द्वारा राखड़ बाँध से फैलने वाले प्रदूषण के रोकथाम के लिए बड़े-बड़े दावे किए जाते हैं किंतु सच्चाई क्या है यह आप उपलब्ध वीडियो में साफ देख सकते हैं। विंध्याचल ताप परियोजना द्वारा राखड़ बांध से उड़ने वाले राख के रोक थाम के लिए प्रत्येक वर्ष लाखों रुपए के वर्क आर्डर विस्थापित समितियों को दिया जाता है।
लेकिन हकीकत यह है की समितियो के कर्ताधर्ता द्वारा कागजों पर कार्य दिखाकर पैसे को हजम कर लिया जा रहा है। वही ग्रामीणों ने बताया कि यह राख उड़ कर हमारे फसलों को नष्ट कर रही है और घरों के अंदर रखे खाद्य पदार्थो में मिल जा रही है। ग्रामीणों के सामने जो सबसे बड़ी समस्या है वो यह है कि सांस लेने में तकलीफ हो रही है। घरों में रखे कपड़े भी राख पड़ने के कारण गंदे हो जाते हैं। ग्रामीणों का कहना है कि इस बाँध की शिकायत जिला कलेक्टर व प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड सिंगरौली के अधिकारी से करेंगे।

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