न्यूजलाइन नेटवर्क – चितरंगी संवाददाता आदर्श तिवारी

चितरंगी/सिंगरौली। सिंगरौली रीवा संभाग के कमिश्नर बी.एस. जामोद ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जिले में राजस्व प्रकरणों, निर्माण कार्यों तथा जल गंगा संवर्धन अभियान की समीक्षा की। बैठक में उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए कि सभी लंबित राजस्व प्रकरणों का त्वरित निराकरण किया जाए। विशेष रूप से 03 से 06 माह एवं 06 माह से 01 वर्ष तक के लंबित मामलों की पहचान कर, आगामी 03 माह के भीतर उनका निराकरण सुनिश्चित किया जाए। कमिश्नर ने राहत राशि संबंधी प्रकरणों को प्राथमिकता देते हुए निर्देश दिए कि ऐसे प्रकरणों का तीन दिवस के भीतर निराकरण कर लाभार्थियों को राहत राशि का वितरण किया जाए। सायबर तहसील की समीक्षा के दौरान उन्होंने इसे किसानों के हित में एक सकारात्मक पहल बताते हुए राजस्व अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
सीएम हेल्पलाइन में प्रभावी निराकरण का निर्देश:- जामोद ने सीएम हेल्पलाइन में दर्ज शिकायतों की समीक्षा करते हुए कहा कि शिकायतों का समाधान तत्परता से किया जाए और एल1 स्तर पर ही उनका निराकरण हो। उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि किसी भी प्रकरण को अनुचित रूप से फोर्स क्लोज न किया जाए, अन्यथा संबंधित अधिकारी के विरुद्ध कार्यवाही की जाएगी। सिंगरौली कलेक्टर द्वारा शिकायतों के निराकरण में बेहतर कार्य करने पर उन्होंने सराहना भी की।
पेंशन और उपार्जन कार्यों की समीक्षा:- कमिश्नर ने पेंशन प्रकरणों की समीक्षा करते हुए निर्देश दिए कि सभी पीपीओ समय पर जारी हों और कोई भी प्रकरण लंबित न रहे। गेहूं उपार्जन की समीक्षा के दौरान उन्होंने निर्देश दिए कि सभी उपार्जन केन्द्रों पर समुचित व्यवस्था सुनिश्चित की जाए, जिसमें वारदाना, छाया, पानी आदि की सुविधाएं भी शामिल हों।
ई-केवाईसी एवं पेयजल आपूर्ति पर विशेष जोर:- राशन प्राप्त कर रहे हितग्राहियों के ई-केवाईसी कार्य की समीक्षा के दौरान कमिश्नर ने शत-प्रतिशत ई-केवाईसी समय पर पूर्ण कराने के निर्देश दिए। इस कार्य में लापरवाही बरतने वालों के विरुद्ध कार्यवाही करने को भी कहा। उन्होंने पेयजल संकट की संभावना वाले ग्रामीण क्षेत्रों में नवीन हैंडपंप खनन, बिगड़े हैंडपंपों की मरम्मत और टैंकरों से जल आपूर्ति की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
शिक्षा और जल गंगा अभियान की समीक्षा:- ‘स्कूल चले हम’ अभियान की समीक्षा करते हुए जामोद ने विद्यालयों में शत-प्रतिशत छात्रों के नामांकन और समय पर पाठ्यपुस्तकों के वितरण को सुनिश्चित करने को कहा। साथ ही, शाला त्यागी छात्रों के अभिभावकों से संपर्क कर उन्हें विद्यालय भेजने के लिए प्रेरित करने के निर्देश दिए।जल गंगा संवर्धन अभियान को अत्यंत महत्वपूर्ण बताते हुए उन्होंने कहा कि यह एक जनसहयोग आधारित अभियान है। सभी विभाग अपना एक्शन प्लान तैयार करें एवं नियमित रूप से अभियान के तहत कार्य करें। उन्होंने बंजर जमीनों पर सीडबॉल बिखेरने और ग्रामीणों, स्वैच्छिक संस्थाओं के सहयोग से अभियान को सफल बनाने के निर्देश दिए।